10वीं में कठिन विषय सरल तरीके से समझाने के लिए लगाई जाएगी वर्कशॉप
बदलाव : हिंदी, सामाजिक विज्ञान और तृतीय भाषा संस्कृत संबंधी सामग्री भी वेबसाइट और शाला दर्पण वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से सीनियर की 7 मार्च एवं सेकंडरी की 14 मार्च से होने वाली बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम के लिए बीकानेर शिक्षा निदेशक ने शिक्षाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। कक्षा 10वीं में परिणाम बेहतर बनाने वाले गणित, अंग्रेजी और विज्ञान विषय में विद्यार्थियों की समझ में इजाफा करने के लिए विशेष वर्कशॉप आयोजित की जाएगी। विभाग को अपने स्तर पर इसके लिए अध्ययन सामग्री तैयार करनी होगी। विद्यार्थियों को कठिन सब्जेक्ट सरल तरीके से पढ़ाने, आसानी से समझाने के लिए काम करना होगा। मतलब कि विद्यार्थियों को रटने के बजाय आसानी से समझने के लिए प्रयास करने होंगे। विभाग के अधिकारियों के अनुसार हिंदी, सामाजिक विज्ञान व तृतीय भाषा संस्कृत संबंधी सामग्री भी वेबसाइट व शाला दर्पण वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी। बोर्ड परीक्षा से पहले कोर्स पूरा करवाना है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों के लिए स्कूल समय से पूर्व एवं इसके बाद में एक्स्ट्रा कक्षाओं का संचालन किया जाए। अर्द्धवार्षिक परीक्षा के मूल्यांकन के आधार पर प्रत्येक कक्षा में विषय अध्यापक द्वारा कमजोर विद्यार्थियों को चिन्हित कर उनके स्तर अनुसार यूनिट टेस्ट लिए जाएं।
बीकानेर शिक्षा निदेशक ने दिए निर्देश, दो महीने में करना होगा यह काम
बीकानेर शिक्षा निदेशक नथमल डिडेल ने निर्देश दिए हैं कि परीक्षा के दो महीने में यह काम करना है। फरवरी के द्वितीय पखवाड़े में बोर्ड परीक्षा की तैयारी परीक्षाओं का आयोजन किया जाए। साथ ही इसमें बेहतर रिजल्ट नहीं आने वाले विद्यार्थियों की विशेष कक्षाएं आयोजित करवाई जाएं। जानकारी के अनुसार पहले चरण में ब्लॉक स्तर पर सभी सीबीईओ अपने कार्यालय में एसीबीईओ के माध्यम से ब्लॉक के सभी सेकंडरी व सीनियर स्कूलों में बोर्ड परीक्षा रिजल्ट उन्नयन कार्य योजना बनाएंगे। इसकी ब्लॉक की दैनिक रिपोर्ट चीफ डीईओ को भिजवाएंगे। वहीं, जिला स्तर पर सीडीईओ कार्यालय में सहायक निदेशक एडी के माध्यम से कम रिजल्ट वाले स्कूल चिन्हित कर वहां बेहतर रिजल्ट के लिए काम करेंगे। संभाग स्तर पर संभागीय शिक्षाधिकारी इस संबंध में समय-समय पर मॉनिटरिंग भी करेंगे।
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