इस साल महिलाएं नहीं कर सकेंगी करवा चौथ का उद्यापन
तारा डूबने से नवविवाहिताएं इस बार व्रत का शुभारंभ नहीं कर पाएंगी
बारह महीनों में सबसे बड़ी चौथ, करवा चौथ आज यानी शनिवार को है। इस साल महिलाएं करवा चौथ का उद्यापन नहीं कर सकेंगी। कारण कि 2 नवंबर तक तारा डूबा हुआ है। तारा यानी शुक्र ग्रह के अस्त होने से कोई भी शुभ व मांगलिक कार्यों के साथ ही किसी भी व्रत का शुभारंभ और उद्यापन नहीं किया जा सकता। तारा 19 अक्टूबर दोपहर 2:50 बजे अस्त हुआ था। 14 दिन बाद 2 नवंबर को सुबह 1:15 बजे उदय होगा। इसके बाद ही मांगलिक कार्य और व्रत शुरू और उद्यापन किया जा सकते हैं। इस बार करवा चौथ पर चंद्रमा शुक्र की राशि में है। चंद्रमा पर गुरु की दृष्टि भी पड़ रही है। यह महिलाओं के सौभाग्यवती होने के लिए बहुत ही मंगलकारी है। यह करवा चौथ वृष, मिथुन और कन्या, तुला, वृश्चिक और मीन राशि की युवतियों और महिलाओं के लिए दांपत्य जीवन के लिए शुभ रहेगी। मेष, कर्क सिंह, धनु, मकर और कुंभ राशि की युवतियों और महिलाओं के लिए सौभाग्यदायक रहेगी।
पूजा का विशेष मुहूर्त - शाम 5:36 से 6:54 बजे।
चंद्रोदय- रात 8:06 मिनट पर।
बुजुर्गों से आशीर्वाद लेकर जीवनसाथी के हाथों जल ग्रहण कर व्रत खोलेंगी।
सास देंगी बहुओं को और मां बेटियों को देंगी सरगी
लोकोपचार के अनुसार कई जगह नवविवाहिताएं अपना पहला करवा चौथ का व्रत अपने मायके से आए हुए सामान से ही करती हैं। उनके मायके से वस्त्र, गहने, शृंगार का समान, ड्रायफ्रूट्स, फल और मिठाइयां आती हैं। इन सामान से ही वे व्रत वाले दिन सुबह तारों की छांव में ही सरगी करती हैं। इसमें मुख्यतय: दूध, जूस, फल, ड्रायफ्रूट्स और हलका खाना ग्रहण करती हैं। इससे उन्हें दिन में बार-बार प्यास नहीं लगे। वहीं, जिनकी पहली करवा चौथ नहीं हैं उन्हें सास सरगी देंगी।
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