खाद्य सुरक्षा में महिलाओं के हाथ में परिवार की कमान
हनुमानगढ़ |पुरुष प्रधान समाज की सोच को सरकार अब बदलने जा रही है। खाद्य सुरक्षा में सरकार ने परिवार की कमान महिलाओं को सौंपने का निर्णय लिया है। सरकार ने तय किया है कि परिवार की मुखिया महिला होगी और यह परिवार के राशन कार्ड पर भी लिखा जाएगा। बस महिला की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए। सरकार ने इस बारे में सारे कलेक्टर्स व डीएसओ को आदेश दिए हैं। सरकार ने कलेक्टर को हिदायत दी है कि खाद्य सुरक्षा में चयनित परिवार में जो भी महिला सबसे वरिष्ठ होगी, वही परिवार की मुखिया कहलाएगी। इस महिला के नाम के आगे मुहर भी लगाई जाएगी, जिस पर 'परिवार की मुखिया' अंकित होगा। किसी परिवार में महिला की उम्र 18 साल से कम होगी तो वहां वरिष्ठ पुरुष को परिवार का मुखिया लिखा जाएगा, लेकिन उस महिला के 18 साल के होते ही परिवार का मुखिया वापस बदल दिया जाएगा। फिर वह 18 साल की युवती परिवार की मुखिया होगी। यह परिवर्तन राशनकार्ड पर भी किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पिछले दो साल में हुई जनगणना में परिवार का मुखिया सरकार ने पुरुष को ही माना था।
अभी करो आवेदन, मिलेगा खाद्य सुरक्षा कार्ड
अभी जिन लोगों के पास कोई कार्ड नहीं और नए कार्ड के लिए आवेदन भी नहीं किया तो नो टेंशन। ये लोग अब भी कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। सरकार ने निर्णय लिया है कि जिन लोगों के पास नए या पुराने राशन कार्ड नहीं हैं और न ही आवेदन किया है। ऐसे लोगों से नए सिरे से आवेदन कराया जाएगा। इन लोगों को जांच के बाद रसद विभाग अपनी ओर से खाद्य सुरक्षा कार्ड मुहैया कराएगा। डीएसओ नेबताया कि मुख्यालय पर यह कार्ड रसद विभाग तथा गांवों में पंचायत समितियां जारी करेंगी।
अभी जिन लोगों के पास कोई कार्ड नहीं और नए कार्ड के लिए आवेदन भी नहीं किया तो नो टेंशन। ये लोग अब भी कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। सरकार ने निर्णय लिया है कि जिन लोगों के पास नए या पुराने राशन कार्ड नहीं हैं और न ही आवेदन किया है। ऐसे लोगों से नए सिरे से आवेदन कराया जाएगा। इन लोगों को जांच के बाद रसद विभाग अपनी ओर से खाद्य सुरक्षा कार्ड मुहैया कराएगा। डीएसओ नेबताया कि मुख्यालय पर यह कार्ड रसद विभाग तथा गांवों में पंचायत समितियां जारी करेंगी।
नया हो या पुराना कार्ड, दोनों पर मिलेगी खाद्य सुरक्षा
चुनावी साल में खाद्य सुरक्षा का लाभ लेने के लिए सरकार ने नए राशन कार्डों का इंतजार नहीं करने का मानस बनाया है। सरकार ने कहा है कि जिन लोगों के पास पुराने राशन कार्ड हैं, उन कार्डों पर ही खाद्य सुरक्षा दी जाएगी। बाद में जब उन्हें नए राशन कार्ड मिलेंगे। तब उस पर भी खाद्य सुरक्षा दी जाएगी। पुराने राशन कार्ड निरस्त हो जाएंगे।
चुनावी साल में खाद्य सुरक्षा का लाभ लेने के लिए सरकार ने नए राशन कार्डों का इंतजार नहीं करने का मानस बनाया है। सरकार ने कहा है कि जिन लोगों के पास पुराने राशन कार्ड हैं, उन कार्डों पर ही खाद्य सुरक्षा दी जाएगी। बाद में जब उन्हें नए राशन कार्ड मिलेंगे। तब उस पर भी खाद्य सुरक्षा दी जाएगी। पुराने राशन कार्ड निरस्त हो जाएंगे।
दोनों किसानों की भू-स्वामित्व सीमा निर्धारित
सरकार ने शहरों व गांवों में लघु व सीमांत किसानों को ही खाद्य सुरक्षा का लाभ देने का फरमान जारी किया है। इसके लिए प्रदेश के अलग-अलग जिलों की भू-स्वामित्व सीमा भी निर्धारित की गई है। हनुमानगढ़ में लघु किसान के पास सिंचित क्षेत्र में एक हेक्टेयर व असिंचित क्षेत्र में दो हेक्टेयर तक के किसानों को ही खाद्य सुरक्षा में चयनित माना जाएगा। वहीं सीमांत किसानों की श्रेणी में सिंचित क्षेत्र में 0.50 हेक्टेयर तथा असिंचित में 1.0 हेक्टेयर तक के किसान खाद्य सुरक्षा का लाभ ले सकेंगे। जिले में पांच लाख तीन हजार हैं राशन कार्ड
फूड सिक्योरिटी बिल लागू होने से जिले के पांच लाख तीन हजार छह सौ दस लोगों को इसका लाभ मिल सकता है। जिले में 48 हजार 919 बीपीएल, 22 हजार 41 स्टेट बीपीएल, चार लाख 12 हजार 538 एपीएल, 17 हजार 512 अंत्योदय, दो हजार 321 अन्नपूर्णा तथा 279 आस्था कार्ड धारी परिवार हैं। इनमें आर्थिक रूप से कमजोर सभी परिवारों को लाभ मिलेगा। योजना के तहत पांच किलो अनाज प्रति व्यक्ति को दिया जाएगा। अनाज में गेहूं या चावल में से क्या होगा, इसकी जानकारी नहीं दी गई है। इसके अलावा निर्माण श्रमिक, रिक्शा चालक, कचरा बीनने वाले, कुली, सफाई कर्मचारी, भूमिहीन कृषक आदि को शामिल किया जाएगा।
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