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गांवों की स्वच्छता जांचने के लिए कल आएगी स्टेट टीम

निर्मल गांव पुरस्कार के लिए जिन गांवों ने आवेदन किया है, उनकी स्वच्छता जांचने के लिए राज्य स्तरीय टीम तीन सितंबर को हनुमानगढ़ आएगी। इसे लेकर जिला परिषद ने निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए आवेदन करने वाले गांवों की सूची स्टेट कमेटी को भेज दी है। स्टेट कमेटी द्वारा सरकार की ओर से निर्धारित मापदंडों के अनुसार निर्मल गांवोंं का रिपोर्ट कार्ड बनाने के बाद इसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। इसके बाद अंतिम रूप से निर्मल पुरस्कार के लिए चयनित गांवों की सूची जारी की जाएगी। चयनित गांव के सरपंच को राष्ट्रपति द्वारा प्रमाण पत्र सहित 50 हजार से लेकर पांच लाख रुपए की राशि देकर सम्मानित किया जाएगा। वर्ष 2010-11 में जिले के 22 गांवों ने पुरस्कार के लिए आवेदन किया था। इनमें से 10 को निर्मल ग्राम पुरस्कार से नवाजा गया था। वर्ष 2011-12 में 30 गांवों ने जबकि इस वर्ष 21 गांव के सरपंचों ने पुरस्कार के लिए आवेदन किया है। जिले के अधिकाधिक गांवों को पुरस्कार मिल सके, इसे देखते हुए उक्त गांवों में स्वच्छता का माहौल तैयार किया जा रहा है। 
पुरस्कार के लिए गांवों में यह होनी चाहिए व्यवस्था 

निर्मल ग्राम पुरस्कार उन गांवों को दिया जाता है जिसमें खुले में शौच पूरी तरह से प्रतिबंधित होता है। गांव-गलियों में कचरा का ठोस प्रबंधन तथा बेहतर सफाई होने के बाद इसकी रिपोर्टिंग की जाती है। इसके तहत संबंधित गांव के सरपंच को ट्राफी, प्रमाण पत्र के अलावा 50 हजार से पांच लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाता है। पांच हजार तक की जनसंख्या वाले गांव को केंद्र सरकार की तरफ से 2 लाख तथा राज्य सरकार की तरफ से एक लाख, इससे अधिक आबादी वाले गांव को केंद्र सरकार की तरफ से पांच लाख रुपए व राज्य सरकार की तरफ से एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाता है। 

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