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स्कूल बस का एक्सीडेंट 12 मासूमों की मौत

कैंचिया-गोलूवाला मार्ग पर मंगलवार सुबह निजी स्कूल की बस व ट्रोले के बीच आमने-सामने की भिड़ंत में 12 बच्चों की मौत हो गई। हादसे में 24 बच्चे घायल हुए है। घायलों का श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ के सरकारी व निजी अस्पतालों में उपचार चल रहा है। हादसे के बाद जिला प्रशासन ने निजी स्कूल को सील कर दिया। 

हादसा सुबह 7.15 बजे के आस-पास हुआ। गोलूवाला के सरस्वती मॉडल स्कूल की बस आस-पास के गांवों से बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी। अमरसिंहवाला गांव के पास सामने से आ रहे ट्रोले में बस की भिड़ंत हो गई। भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि ट्रोला बस को 50-60 फीट तक घसीटते हुए ले गया। 

हादसे के बाद बस का चालक फरार हो गया। ग्रामीणों ने ही घायल बच्चों की सुध ली और उन्हें तुरंत दूसरे वाहनों से गोलूवाला के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। कुछ बच्चों को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल भेजा गया हैं,जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। 

हनुमानगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दलीप जाखड़ ने बताया कि छह बच्चों की मौत मौके पर ही हो गई। तीन बच्चों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मृतकों में सीता उम्र 11 साल पुत्री कृष्णलाल जाट, उसका भाई साहिल उम्र 13 साल, अंकित उम्र 12 साल पुत्र भीमसैन जाट, गगनदीप उम्र 10 साल पुत्र सुखजीत सिंह अरोड़ा, राजेश उम्र 10 साल पुत्र नत्थूराम जाट, नुकुल उम्र 13 साल पुत्र नेतराम जाट व रेणु उम्र 16 साल पुत्री सुरजीत गांव 45 एलएलडब्ल्यू के है। 

इनके अलावा आयुष उम्र 16 साल पुत्र भंवरलाल जाट निवासी पक्का भादवा, मंजू उम्र 20 साल पुत्री मदनलाल कुम्हार निवासी 2 केएचएन व कविता उम्र 15 साल पुत्री कालूराम निवासी महियांवाली शामिल है।

भिड़त इतनी भयानक थी कि आधा दर्जन बच्चों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसे की शिकार बस सरस्वती बाल विद्या मंदिर सीनियर सैकंडरी स्कूल थी और हादसे के समय बस में करीब 45 बच्चे सवार थे। मृतकों और घायलों के अलावा बाकी बच्चे भी चोटिल हुए, लेकिन प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। 

गोलूवाला कस्बा बंद, परिजनों ने लगाया जाम

हादसे के बाद स्थानीय लोगों में बेहद आक्रोश है। सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए। मुख्य रास्ता जाम कर लोगों ने फरार ड्राइवर की गिरफ्तारी व स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। स्थानीय लोगों ने घायल बच्चों के मुफ्त इलाज की भी मांग रखी। स्थानीय लोगों के आक्रोश को देखते हुए गोलूवाला कस्बा मंगलवार को बंद रखा गया है।


गमगीन हुआ अस्पताल का माहौल

घटना की सूचना मिलने के साथ ही गोलूवाला थाना इलाके का माहौल गमगीन हो गया। बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने अस्पताल पहुंच कर अपने बच्चों की जानकारी जुटाई। जिन बच्चों की घटना में मौत हो गई थी, उसके परिजनों को रो-रो के बुरा हाल है। 

 

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