Header Ads

test

गैस एजेंसियों की ओर से भरवाए जा रहे केवाईसी फार्म सबको नहीं अनिवार्य

रसोई गैस एजेंसियों की ओर से भरवाए जा रहे केवाईसी फार्म (ग्राहक सूचना शीट) पर खरी उतर रही है। एक माह से रसोई गैस एजेंसियों ने केवाईसी फार्म भरवाने के नाम पर उपभोक्ताओं को चक्कर घिन्नी बना रखा है।
शहर में इण्डेन गैस के डीलर  के लगभग 10 हजार उपभोक्ता हैं और यह एजेंसियों के कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं।
शहर में प्रचारित कर रखा है कि केवाईसी फार्म भरना अनिवार्य है।
इस कारण उपभोक्ताओं में फार्म भरने को लेकर होड़ मची है और उपभोक्ता मशक्कत कर भारी-भरकम राशि खर्च करके फार्म भर रहे हैं लेकिन पेट्रोलियम कम्पनियों की ओर से केवाईसी फार्म भरने की अनिवार्यता को लेकर कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। खास बात है कि पेट्रोलियम कम्पनियों ने सिर्फ डिफाल्टर उपभोक्ताओं से ही केवाईसी फार्म भरवाने का आदेश जारी किए हैं।
क्या है केवाईसी 
केवाईसी (ग्राहक सूचना शीट) में पेट्रोलियम कम्पनियां सम्पूर्ण जानकारी एकत्रित कर रही हैं। इसमें नाम, पता, बैंक खाता नम्बर, पैन नम्बर, पहचान पत्र, राशन कार्ड सहित अन्य जानकारियां एकत्रित की जा रही है। केवाईसी फार्म के साथ ही उपभोक्ता से गैस की बुक, राशन कार्ड, फोटो पहचान पत्र की प्रति एवं उपभोक्ता की फोटो भी ली जाती है।
क्या है आदेश 
पेट्रोलियम कम्पनियों ने सर्वे कर एक ही पते पर अलग-अलग नामों के गैस कनेक्शनों को डिफरैंट नाम, सेम एडै्रस (डीएनएसए) मानते हुए डिफाल्टर घोषित किया है। पेट्रोलियम कम्पनियों ने ऎसे डिफाल्टर उपभोक्ताओं से सम्पूर्णब्यौरा एकत्रित करने के लिए ग्राहक सूचना शीट भरवाने के आदेश एजेंसियों को दिए हैं। 
पेट्रोलियम कम्पनियों ने एजेंसियों को केवाईसी फार्म उपभोक्ता तक घर-घर पहुंचाने के आदेश भी दिए हैं लेकिन एजेंसियों ने इन आदेशों को छिपा कर सभी उपभोक्ताओं से ही फार्म भरवाने शुरू कर रखे हैं। एजेंसियों ने भ्रम फैलाते हुए यह फार्मभरने की अंतिम तिथि भी घोषित कर रखी है। फार्म भी उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंचाए जा रहे हैं।
शिकायत करें  
पेट्रोलियम कम्पनियां सिर्फ डिफाल्टर उपभोक्ता से ही केवाईसी फार्म भरवा रही हैं, यदि बिना डिफाल्टर उपभोक्ता से फार्म भरवाया जा रहा है तो शिकायत करें, कार्रवाई की जाएगी। 
अशोक असीजा  जिला रसद अघिकारी

No comments