अब निजी अस्पतालों में नहीं छोड़ेगी एम्बुलेंस 108
सरकारी के बजाय निजी अस्पतालों में चिकित्सा की चाहत रखने वालों को अब एम्बुलेंस 108 की सेवा नहीं मिल सकेगी। सरकारी चिकित्सालयों के प्रति लोगों को आकर्षित करने के उद्देश्य से यह बदलाव किया गया है।
जबकि अब तक एम्बुलेंस 108 रोगियों को उनकी इच्छानुसार सरकारी अथवा निजी अस्पतालों में से कहीं भी छोड़ देती थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार एनआरएचएम व चिकित्सा निदेशालय के अघिकारियों की हाल ही जयपुर में हुई बैठक में यह निर्णय किया गया।
ऎसे बदली व्यवस्था
सूचना मिलने पर एम्बुलेंस 108 रोगी के घर या घटनास्थल पर पहुंचती थी। अगर रोगी होश में होता तो उसकी अन्यथा अभिभावकों की इच्छानुसार निजी या सरकारी अस्पताल में रोगी को ले जाते थे। अब एम्बुलेंस केवल सरकारी अस्पताल में ही रोगियों को छोड़ेगी। इसके अलावा सरकारी से सरकारी चिकित्सालय में, निजी से सरकारी चिकित्सालय में रैफर की स्थिति में भी रोगियों को एम्बुलेंस 108 की सेवा मिलेगी।
बचाव के लिए
कई बार रोगी एम्बुलेंस कर्मचारियों पर कमीशन के चक्कर में निजी अस्पताल में छोड़ने की शिकायत करते थे। इस दुविधा से बचने तथा सरकारी अस्पतालों के प्रति रोगियों को आकर्षित करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।
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