बढ़ रही चिंता की लकीरें
कॉटन के भाव नहीं बढ़ने से खस्ताहाल किसानों की चिंता यूरिया की कमी से दोगुनी हो गई है। समय पर खाद नहीं मिलने से जहां रबी में उत्पादन प्रभावित होगा, वहीं पंजाब-हरियाणा व स्थानीय बाजार से ब्लैक में महंगे दामों पर खरीदी गई यूरिया से उपज पर लागत बढ़ेगी। जबकि 2012 के लिए घोषित गेहूं के समर्थन मूल्य 1285 रूपए को किसान पहले ही बहुत कम बता रहे हैं।
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