गेहूं में येलोरस्ट का प्रकोप, विभाग ने जारी की चेतावनी
मौसम बदलाव के कारण अब गेहूं में भी येलो रस्ट रोग का प्रकोप देखा जा रहा है। कृषि विभाग के निरिक्षण में कई खेतों में इस तरह के रोग की पुष्टि हो चुकी है। विभाग के मुताबिक जिले के 17 एनडीआर और 18 एनडीआरके खेतों में येलो रस्ट के लक्षण पाए गए हैं। ऐसे में जहां किसानों में चिंता है वहीं कृषि विभाग ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। दरअसल गेहूं की फसल की कटाई में अभी काफी समय बाकी है ऐसे में अगर इस रोग पर नियंत्रण नहीं किया गया तो फसल में नुक्सान होने की सम्भावना विभाग की और से जताई जा रही है।
किसानों के लिए विभाग ने तकनीकी सलाह भी जारी की है। आत्मा परियोजना के उपनिदेशक जयनारायण बेनीवाल ने बताया कि शुरूआती तौर पर पाए गए येलोरस्ट के लिए किसानों को नियंत्रण करने के लिए स्प्रे का छिड़काव करने से काफी राहत मिलेगी। तो दूसरी तरफ किसानों का आरोप है की कृषि विभाग समय पर रोग आदि की जानकारी पर किसानों की मदद नहीं कर रहा है। किसानों को इसके बारे में पूरी जानकारी भी नहीं मिल रही है।
विभाग ने किसानों के ये दिए सतर्कता बरतने के निर्देश
जहां पर भी येलो रस्ट का प्रकोप है वह नियंत्रण के लिए प्रोपिकोनाजोल अथवा टेबुकोनाजोल की एक मिली मात्र एक लीटर पानी में मिलकर स्प्रे करें। 2। जहां पर भी काला व हरा तेला का प्रकोप है वहां थायोमेथोक्साम की 50 ग्राम मात्रा 100 लीटर पानी में मिलकर छिडकाव करें। इसके अलावा फंगीसाईड एवं कीटनाशक को आपस में मिलकर स्प्रे कर सकते हैं।
Post a Comment