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11 जेआरके के स्कूल में घर से बना कर लाया गया मिड-डे-मील, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश

पीलीबंगा तहसील के के 11 जेआरके सरकारी स्कूल में मिड-डे-मील का भोजन घर से बना कर लाए जाने की बात सामने आई है। इस पर कलेक्टर जाकिर हुसैन ने नाराजगी जाहिर करते हुए इसकी जिला स्तर से जांच करने के निर्देश दिए हैं। दरअसल, सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मिड-डे मील की मासिक समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में यह बात सामने आने पर कलेक्टर ने कड़े शब्दों में कहा कि मिड-डे-मील का भोजन हर हाल में स्कूल में ही बनेगा और ताजा बनेगा। इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समीक्षा के दौरान कलेक्टर को बताया गया कि मिड-डे मील की डेटा एंट्री भादरा में दिसंबर से नहीं की गई है। इसी तरह दूसरी तहसीलों में भी कहीं जनवरी तो कही फरवरी की एट्री नहीं की गई है। कंप्यूटर ऑपरेटर नहीं होने की वजह से ये दिक्कत आ रही है। कलेक्टर ने आगामी एक सप्ताह में डेटा एंट्री कंप्यूटर के जानकार शिक्षकों से करवाने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही कहा कि मिड-डे-मील जिस रसोई में बनाया जा रहा हो वहां सफाई व्यवस्था रखें। डीआईजी स्टांप भवानी सिंह पंवार ने बताया कि स्कूलों में मिड-डे-मील निरीक्षण किया गया तो बच्चों को हाथ धुलाने का साबुन बाहर नहीं रखा गया था और ना ही तौलिया पाया गया। अंदर से नई साबुन निकाल कर लाई गई। पंवार ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि बच्चों को हाथ धोने के लिए साबुन बाहर रखें और तौलिया भी रखा जाए। वहीं 11 जगह मिड-डे-मील बनाने के लिए सीईओ जिला परिषद ने सभी के प्रोपजल बना कर देने की बात कही। बैठक में सीईओ जिला परिषद परशुराम धानका, पीआरओ सुरेश बिश्नोई, मिड-डे-मील से डीईओ प्रारंभिक प्रवीण भूषण, मीड-डे-मील प्रभारी रजनी रानी, सहायक लेखाधिकारी कपूर चंद, कनिष्ठ लेखाकार पूनम, एसीडीईओ रोहिताश्व कड़वासरा, संगरिया से सीबीईओ कृष्ण सींवर, भादरा सीबीईओ ओमपाल, नोहर से दिलीप पारीक आदि मौजूद थे।

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