भामाशाह योजना के बाद अब परिवार की मुखिया महिला के नाम बनेंगे राशन कार्ड
नई पहल : राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 की पालना करते हुए सरकार ने किया बदलाव, जिले में 513771 हैं राशनकार्ड धारी
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 की पालना करते हुए राज्य सरकार ने परिवार राशनकार्ड में विशेष बदलाव के आदेश जारी कर दिए हैं। अब भामाशाह योजना के बाद राशनकार्ड में भी परिवार की महिला को मुखिया बनाया जाएगा और मुखिया के नाम से ही राशनकार्ड जारी होंगे। इस संबंध में जिला रसद अधिकारी ने भी संबंधित बीडीओ को भी नए राशन कार्ड बनाने के लिए इस तरह के आदेश जारी किए हैं। जिले में करीब 513771 परिवार राशन कार्ड अभी चलन में है। साथ ही नए बनने वाले परिवार राशन कार्ड में परिवार में 18 वर्ष से अधिक उम्र महिला को मुखिया बनाया जाएगा। यदि परिवार में कोई महिला 18 वर्ष की नहीं है तो ऐसे में पुरुष को परिवार का मुखिया बनाया जाएगा। परिवार राशन कार्डों में यह फेरबदल करने के लिए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। जिसमें नए राशनकार्ड ऑनलाइन बनाने के लिए जिला स्तर पर तैयारियां चल रही हैं।
ये है स्थिति...श्रेणी वार शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में कितने राशनकार्डधारी
श्रेणी वाइज बात करें तो शहरी क्षेत्र में कुल 111704 कार्डधारी हैं। इसमें अन्नपूर्णा के 80, अंत्योदय के 2660, गरीबी रेखा से नीचे 17465, स्टेट बीपीएल 19 कार्डधारी हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में कुल 402067 कार्डधारी हैं। इसमें अन्नपूर्णा के 209, अंत्योदय के 11958, गरीबी रेखा से नीचे 38643, स्टेट बीपीएल 10130 कार्डधारी हैं।
राशनकार्ड धारियों को ये मिलता है श्रेणीवार फायदा
अंत्योदय में एक किलो चीनी प्रति माह प्रति कार्ड मिलती है। जबकि गेहूं 35 किलो प्रति कार्ड मिलती है। जबकि बाकी को गेहूं 5 केजी पर यूनिट मिलता है। इसी तरह कैरोसिन ढाई लीटर बिना गैस कनेक्शनधारी को मिलता है।
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