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पीलीबंगा में खूनी संघर्ष के बाद एक की मौत: जाखड़ांवाली चौकी प्रभारी लाइन हाजिर


पीलीबंगा : ग्राम पंचायत जाखड़ांवाली के चक 4 बीएचएम की रोही में सिंचाई खाळे के विवाद को लेकर शुक्रवार रात एक जने की हत्या मामले में जिला अस्पताल के समक्ष धरने पर बैठे परिजन पांच दौर की वार्ता के बाद आखिरकार 48 घंटे बाद रविवार शाम को शव का पोस्टमार्टम कराने पर सहमत हो गए। इससे पहले जाखड़ांवाली चौकी प्रभारी बाबूलाल मीणा को लाइन हाजिर कर दिया गया। वहीं इस मामले की जांच में पीलीबंगा सीआई की किसी तरह की भूमिका सामने आने पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। इसके बाद तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड में शामिल मेडिकल ज्यूरिस्ट डॉ. शंकर सोनी, डॉ. विनोद मांवडिया व डॉ. युसुफ गौरी ओर से मृतक का पोस्टमार्टम किया गया। 
प्रारंभिक तौर पर मौत का कारण गोली के छर्रों से शरीर के आंतरिक अंगों को चोट माना गया है। दाह संस्कार संस्कार सोमवार सुबह किया जाएगा। इससे पहले दिनभर मृतक के परिजन एंव ग्रामीण पीलीबंगा थानाप्रभारी को हटाने की मांग पर अड़े रहे। इस पर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि आचार संहिता के बीच थानाप्रभारी को नहीं हटाया जा सकता है। इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग के बाद केंद्रीय निर्वाचन आयोग को तीन अधिकारियों के नाम सहित प्रस्ताव भेजना पड़ता है और इस प्रक्रिया में दस दिन का समय लगता है। एएसपी हरीराम चौधरी ने कहा कि अगर जांच में कहीं थानाप्रभारी की लापरवाही सामने आती है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपियों में पांच जनों को राउंडअप कर पूछताछ कर रही है। वहीं एडीएम प्रभातीलाल जाट ने भी निष्पक्ष जांच के लिए आश्वस्त किया। वार्ता में मृतक के परिवार की सुरक्षा, सिंचाई खाळे की आड़ खुलवाने की मांग रखी जिस पर एडीएम ने तहसीलदार को नियमानुसार सिंचाई सिंचाई खाळे की आड़ को खुलवाने के निर्देश दिए। वहीं एएसपी ने परिवार की सुरक्षा का आश्वासन दिया। इस बीच आईजी रेंज बीकानेर एमएन दिनेश और एसपी अनिल कयाल की ओर से मोबाइल पर निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया गया जिसके बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए सहमत हो गए। इससे पहले परिजनों की ओर से पीलीबंगा सीआई के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराने की मांग को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। परिजनों की ओर से वार्ता में भाजपा प्रदेश मंत्री कैलाश मेघवाल, सुशील गोदारा, अमित सहू आदि शामिल हुए। 
दिनभर रही तनाव की स्थिति, पुलिस छावनी बना रहा अस्पताल 
वार्ता से पहले दिनभर जिला अस्पताल पुलिस छावनी बना रहा। चार दौर की वार्ता विफल रहने के बाद पुलिस ने माहौल गर्माने की आशंका पर एहतियात के तौर पुलिस लाइन के अलावा हनुमानगढ़ टाउन, पीलीबंगा, महिला थाना एंव सदर थाना से जाब्ता मंगवा लिया। डीएसपी विरेंद्र जाखड़, रावतसर डीएसपी दिनेश राजौरा, पीलीबंगा सीआई धीरेंद्र कुमार, टाउन सीआई विष्णुदत्त बिश्नोई, महिला थाना सीआई बहादुरसिंह, सदर एसएचओ जगदीश पांडर आदि पुलिस अधिकारी दिनभर अस्पताल चौकी में डटे रहे। शाम छह बजे पोस्टमार्टम के बाद पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली। 

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