नशे के सौदागरों पर कठोर हुई पुलिस, एनडीपीएस मामलों की केस ऑफिसर स्कीम में करेगी जांच
नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसने के लिए जिला पुलिस ने एक्शन प्लान तैयार किया है। इसके तहत नशीले पदार्थ की अवैध बिक्री मामलों में एक से अधिक बार पकड़े जाने के केसों को केस ऑफिसर स्कीम में शामिल करेगी और सजा दिलाने के बाद ही अपराधी का पीछा छोड़ेगी। इसका मकसद है कि आरोपियों को जल्दी सजा मिले और बेखौफ होकर युवाओं को गर्त में धकेल रहे लोग इस तरह के अपराध से दूर रहें। जानकारी के अनुसार जंक्शन में 55 हजार गोली-कैप्सूल व 200 शीशी नशीली दवा सहित गिरफ्तार नरेंद्र शर्मा के दूसरी बार नशीली दवा मामले में पकड़े जाने पर पुलिस इस मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लेगी। इसके लिए केस ऑफिसर अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। वहीं इस गोरखधंधे से अर्जित की गई संपत्ति का ब्यौरा जुटा संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। केस अधिकारी अपराधी के खिलाफ सबूत एकत्र करेगा। उसके बाद गवाहों को अदालत लाने और उनके बयान कराने में मदद करेगा। मामले में अपराधी को सजा नहीं हो जाने तक केस ऑफिसर मामले पर निगरानी रखी जाएगी।
पोस्त पर प्रतिबंध के बाद से पुरे जिले में नशीली दवा का नेटवर्क बढ़ता जा रहा है। हैरानी की बात है कि जिले में नशीली दवा मामले में आज तक पुलिस मुख्य सप्लायर तक नहीं पहुंच पाई है। पीलीबंगा में स्थिति यह है कि केमिस्टों के अलावा काफी लोग नशीली दवाओं के धंधे से जुड़ गए हैं। रातोंरात लखपति बनने के लालच में ऐसे लोग नशीली दवाओं की आपूर्ति कर युवाओं को गर्त में धकेल रहे हैं। इस धंधे से जुड़े अधिकांश लोगों ने घरों में ही स्टॉक किया हुआ है।
एसपी ने थाना प्रभारियों को सतर्क रहकर ऐसे मामले में प्रभावी रोकथाम के निर्देश दिए। वहीं सीएलजी व शांति समिति की बैठकों में नशीले पदार्थों की बिक्री पर अंकुश के लिए पुलिस जनचेतना लाएगी। इसको लेकर एसपी ने वाट्सएप नंबर 76860-34444 सार्वजनिक किया है। इस नंबर पर सूचना देने वाले का नाम व पहचान गुप्त रखी जाएगी।
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