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अब सरकारी स्कूलों में हर हफ्ते प्रत्येक विषय का एक पीरियड आईसीटी लैब में लगेगा


सरकारी स्कूलों में बनी आईसीटी लैब का पूरा उपयोग सुनिश्चित करने के लिए स्टूडेंट्स को हर विषय कंप्यूटर्स के माध्यम से पढ़ाया जाएगा। रमसा की ओर से जारी निर्देशाें के अनुसार सप्ताह में हर विषय का कम से कम एक पीरियड आईसीटी लैब में ही लगाया जाएगा। इसे लिए अलग से रजिस्टर लगाया जाएगा, जिसमें आईसीटी लैब में कंप्यूटर के माध्यम से पढ़ाए जाने वाले विषय और तारीख आदि की डिटेल संस्था प्रधान से सत्यापित करवाकर रमसा कार्यालय को भिजवाना जरूरी होगा। 
आईसीटी लैब में क्लास के दौरान स्टूडेंट्स को एजुकेशनल वीडियोे के माध्यम से सब्जेक्ट की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा सेटेलाइट प्रसारण के माध्यम स्टूडेंट्स को विषय विशेषज्ञों से पढ़ने का मौका भी मिलेगा। गौरतलब है कि कई स्कूलों में गणित व विज्ञान विषय पहले भी कंप्यूटर्स के माध्यम से पढ़ाए जा रहे हैं। 
293 स्कूलों में कंप्यूटर के माध्यम से कराई जाएगी पढ़ाई, यूट्यूब व ई ज्ञान पोर्टल पर उपलब्ध रहेगा कंटेंट 
जिले में कई सरकारी स्कूलों में विज्ञान िशक्षकों व संस्था प्रधानों की पहल पर एजुकेशनल वीडियो व सैटेलाइट प्रसारण के माध्यम से पढ़ाया जाता है। 23 सरकारी स्कूलों में स्मार्ट व वर्चूअल क्लासेज का भी संचालन हो रहा है। अब रिकार्ड संधारण की अनिवार्यता के बाद आईसीटी लैब वाले सभी स्कूलों के स्टूडेंट्स को फायदा मिलेगा। माध्यमिक सेटअप के 201 स्कूलों में आईसीटी लैब का संचालन हो रहा है। अभी 92 नए स्कूलों में आईसीटी लैब बनने वाली हैं। इससे कुल 293 स्कूलों में बच्चों को कंप्यूटर्स के माध्यम से अलग-अलग विषय पढ़ाए जाएंगे। 75 स्कूलाें में सेटेलाइट प्रसारण के माध्यम से क्लास लगाना संभव होगा जबकि बाकी स्कूलों में यू ट्यूब व ई ज्ञान पोर्टल पर उपलब्ध कंटेंट का सहारा लिया जाएगा।रमसा एडीपीसी रणवीरसिंह शर्मा ने बताया कि सरकारी स्कूलों में हर हफ्ते प्रत्येक विषय का कम से कम पीरियड आईसीटी लैब में लगाया जाएगा। इसमें कंप्यूटर्स के माध्यम से बच्चों को समझाए जाने वाले विषय की पूरी डिटेल संस्था प्रधान से सत्यापित करवाकर रमसा कार्यालय को भिजवाई जाएगी। इससे स्कूलों में आईसीटी लैब का समुचित उपयोग संभव होगा। 
यही है आईसीटी लैब का वास्तविक उपयोग
स्कूलों में आईसीटी लैब का उपयोग बच्चों को कंप्यूटर सिखाने तक सीमित माना गया लेकिन इनका मुख्य उद्देश्य शिक्षण कार्य में कंप्यूटर टेक्नोलॉजी का उपयोग ही था। इसे प्राइवेट स्कूलों की स्मार्ट क्लासेज को टक्कर देने के लिए शुरू किया गया था। कंप्यूटर में एजुकेशन वीडियो के माध्यम से बच्चों काे विज्ञान व अन्य विषयों की कांसेप्ट बेहतर तरीके से समझ आते हैं। इसके बावजूद स्कूलों में कंप्यूटर्स का सही तरीके से उपयोग नहीं हो पाया। 
अब रखा जाएगा पूरा रिकॉर्ड, रमसा कार्यालय रखेगा नजर 
विभिन्न विषयों को पढ़ाने के लिए आईसीटी लैब का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए अब स्कूल में अटेंडेंस रजिस्टर की तरह की पूरा रिकॉर्ड संधारित किया जाएगा। सप्ताह में एक दिन हर विषय का एक पीरियड आईसीटी लैब में होगा। विषय अध्यापक इसका रिकाॅर्ड रखकर संस्था प्रधान से सत्यापित करवाएगा। इसमें आईसीटी लैब में लगाई गई क्लास का विषय, शिक्षण बिंदु और तारीख आदि का विवरण होगा। हर माह के अंत में पूरी सूचना रमसा कार्यालय को भिजवाई जाएगी। इसके अलावा आईसीटी लैब का सही उपयोग सुनिश्चित करने के लिए खराब उपकरणों को ठीक करवाने और निविदा शर्तों के अनुसार लैब के हर उपकरण व सौलर पैनल का रखरखाव सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं। 

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