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कवि गोष्ठी में बचपन की स्थिति को कविताओं से दर्शाया

पीलीबंगा| अखिल भारतीय साहित्य व श्री जयलक्ष्मी साहित्य कला एवं नाटक कला मंच द्वारा रविवार को वरिष्ठ कवि रूप सिंह राज कवि की अध्यक्षता में काव्य गोष्ठी हुई। मंच सदस्य निखिल बिश्नोई के अनुसार गोष्ठी में रंगलाल बिश्नोई ने जिंदगी का गीत सुनाने आया हूं। नवदीप भनोत ने थोड़ी परवरिश भी चाहिए रिश्तों में गजल पेश कर रिश्तों की महत्ता बताई। युवा कवि निखिल बिश्नोई ने गलियों में बच्चों का शोर नहीं होता। राम पुलिस व श्याम चोर नहीं होता। सुनाकर बचपन की वर्तमान स्थिति दर्शाई। कवि बलविंद्र भनौत ने नीरो जाग तेरा रोम जला जा रहा है सुनाकर कश्मीरी विस्थापित पंडितों की व्यथा सुनाई। अध्यक्षता कर रहे रूप सिंह राजपुरी ने पीलीबंगा के साहित्यकारों को साहित्य की जोत जगाए रखने पर बधाई दी। गोष्ठी के बाद परिषद सदस्यों ने कला भवन में पक्षियों के लिए परिंडे बांधकर परिंडा अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष राजेंद्र, हरिशंकर शर्मा, बलजिंद्र भलेरिया, राकेश वर्मा, प्रकाश धारणियां, ओमप्रकाश कोलाया, सोहनलाल, सुखविंद्र शर्मा आदि ने भी रचनाएं पेश कीं। गोष्ठी का संचालन निखिल बिश्नोई ने किया। अंत में परिषद सदस्यों ने बाहर से आए कवियों का सम्मान किया। 

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