तेरापंथ धर्मसंघ के आद्यप्रवर्तक
आचार्य भिक्षु ने अपने जीवन को वैराग्य की सही साधना के लिए समर्पित किया |वे एक
ऐसे मसीहा थे जिन्होंने अपने संकल्प बल के सहारे नयी राह का निर्माण किया | जो आज
जन-जन की साधना का मार्ग-दर्शक बन रहा है| ये विचार मुनि हिमांशु कुमार ने आचार्य भिक्षु
अभिनिष्क्रमण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये
| उन्होंने कहा कि दुनिया में अनुसरण अनेक व्यक्ति करते है लेकिन विरले ही व्यक्ति
नयी राह का निर्माण करते है | आचार्य भिक्षु ने अपने सामने आई हर समस्या का समाधान
पूर्ण सुझबुझ और नवीनता से दिया , जो हम सभी के लिए अमूल्य प्रेरणा है |
कार्यक्रम का शुभांरभ महिला मंडल ने "महाउपकारी भिक्षु" गीत की प्रस्तुति से किया|29 मार्च को महावीर
जयंती का कार्यक्रम भी मुनि हिमांशु कुमार के सान्निध्य में जैन भवन में मनाया
जायेगा |
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