6 लोगों की जान बचाने वाले बहादुर पुलिसकर्मियों को मिलेगा 10-10 हजार रु. इनाम, डीजीपी के निर्देश
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पीलीबंगा थाने के हैड कांस्टेबल दलीपसिंह ने बताया कि उस दिन जब आग की सूचना मिली तो हम छह लोग मौक पर पहुंचे। दुकान के चौबारे से आग की लपटें निकल रही थी। हमने देखा की नीचे रोड पर अफरा-तफरी थी तभी बनवारीलाल और पृथ्वी सिंह ने भीड़ को हटाया। मैं और हरबंश लाल दाेनों सीढ़ियों से ऊपर गए। देखा तो आग की लपटों में फंसे आदमी चीख-पुकार रहे थे। हमने सबसे पहले उन्हें संभाला इतने में एक आदमी डर करने के कारण नीचे कूद गया जबकि बाकी लोग आग से झुलस गए थे। हम दोनों ने झुलसे हुए लोगों को 108 एंबुलेंस में पहुंचाया और अस्पताल भेजा। दीवार के पास चार और गैस से भरे सिलेंडर पड़े थे। हमने उन सिलेंडरों को वहां से उठवाया हालांकि मन में बच्चों का ख्याल आया अगर हमको कुछ हो गया तो उनका क्या होगा। लेकिन दूसरी तरफ मन में ये बात भी आई यदि ये सिलेंडर फटे तो बड़ा नुकसान हो जाएगा। हमने सिलेंडर हटना ही बेहतर समझा और चारों सिलेंडरों को वहां से हटाया। इतने में ही पता नहीं कहां से एक छोटा सिलेंडर फट गया और तेज ब्लास्ट हुआ। हमारे सामने ही छत की एक तरफ की दीवार ढह गई। ईंटें बिखर गई हमने भी बड़ी मशक्कत से जान बचाई और सिलेंडरों को नीचे ले आए। नहीं तो बड़ा हादसा पेश आता, जिसकी भरपाई शायद नहीं हो पाती।
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