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जमीनी विवाद| बाइक पर थाने जा रहे थे, रॉड और लाठियों से हमला, वकील की मौत, कई लोगों पर हत्या का केस दर्ज

मीनी विवाद को लेकर एक युवक के साथ मारपीट कर उसकी हत्या कर देने के आरोप में रविवार को थाने में कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार मृतक के भाई राकेश कुमार पुत्र राजेंद्र कुमार जाति बिश्नोई निवासी चक 7 एलकेएस ने रिपोर्ट दी कि उनकी चक 13 एलजीडब्ल्यू में कृषि भूमि है जो उसकी माता तीनों भाइयों के नाम है। इस जमीन को लेकर उनका अपने रिश्तेदार महावीर दुलीचंद पुत्र शंभुराम जाति बिश्नोई निवासी 7 एलकेएस के साथ विगत लंबे समय से विवाद चल रहा है। इसी विवाद के चलते महावीर दुलीचंद उन्हें काफी समय से जान से मारने की धमकियां दे रहे थे। बीते शनिवार की रात्रि को उसका भाई कपिल (23) ताऊ का लड़का सुशील (34) पुत्र इंद्रजीत बिश्नोई निवासी 7 एलकेएस उक्त भूमि को ट्रैक्टर से जोत रहे थे। जिसकी सूचना महावीर दुलीचंद ने पुलिस को दे दी और पुलिस रविवार सुबह करीब 5 बजे खेत में आकर कपिल सुशील को पकड़ ले गई। इस बात की सूचना ढाणी में रुके हुए उसके बड़े भाई रवि (30) उसको मिली तो रवि बाइक पर अपने साथी अमित (35) पुत्र रामप्रताप निवासी खिंपावाली (पंजाब) के साथ जमीन के कागजात लेकर थाने के लिए रवाना हुआ। उसके पीछे ही वह भी जीप लेकर रवाना हो गया। रास्ते में राकेश एग्रो इंडस्ट्रीज के पास खड़े महावीर, दुलीचंद, सुशील पुत्र गोपीराम बिश्नोई निवासी वार्ड 24 पीलीबंगा तीन चार अन्य लोगों ने रवि की बाइक रुकवा ली और उस पर लाठियों लोहे की रॉड़ों से हमला कर दिया। जिससे रवि अमित बाइक से गिर गए। आरोपियों ने रवि के सिर में लोहे की रॉड़ से चोट मारी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना में अमित के पैर की हड्डी टूट गई। अमित की हालत गंभीर होने के कारण उसे प्राथमिक उपचार के बाद हनुमानगढ़ रेफर कर दिया गया। पुलिस ने मृतक रवि के शव का पोस्टमार्टम करवा शव उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही एएसपी निर्मला बिश्नोई रावतसर सीओ जयसिंह दहिया ने पीलीबंगा पहुंचकर थाना प्रभारी विजय सिंह मीणा के साथ घटनास्थल चक का मौका मुआयना कर दोनों पक्षों के परिजनों से पूछताछ की। इसी बीच मृतक के भाई राकेश ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव का पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया। माहौल तनावपूर्ण होने की सूचना मिलने पर एसपी भुवनभूषण यादव ने पीलीबंगा थाने में आकर प्रबुद्ध ग्रामीणों की मौजूदगी में मृतक के भाई राकेश उसके परिजनों की समझाइश कर उन्हें मामले में निष्पक्ष कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। इसके बाद मृतक के परिजन शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए राजी हुए।  

विवारको अस्पताल घटनास्थल पर रवि की मौत उसके साथी अमित के घायल होने की घटना का कारण सड़क दुर्घटना होने की चर्चाएं भी जोरों पर रहीं परंतु पुलिस को सड़क दुर्घटना होने के कोई ठोस कारण नहीं मिलने मृतक के परिजनों के दबाव के चलते आरोपियों के विरुद्ध प्रथम दृष्ट्या हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज करना पड़ा। मामले की जांच कर रहे थाना प्रभारी विजय सिंह मीणा ने बताया कि इस घटना के सही कारण जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएंगे। थाना प्रभारी ने बताया कि राकेश एग्रो इंडस्ट्रीज के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों में भी घटना के दौरान लाइट नहीं होने के कारण करीब 20-22 मिनट की फुटेज नहीं पाई। थाना प्रभारी ने बताया कि अगर उस समय उस क्षेत्र की लाइट नहीं गई होती तो पुलिस के लिए इस प्रकरण की जांच करना आसान हो जाता। फिलहाल पुलिस मृतक रवि के साथ घटना के वक्त बाइक पर सवार अमित के बयान से केस की गुत्थी सुलझाने की आस लगाए हुए है। 
मृतक रवि के भाई राकेश ने बताया कि उसका बड़ा भाई एडवोकेट रवि बिश्नोई पिछले कई वर्षों से पंजाब के फाजिल्का में रहता था जो फाजिल्का के जिला एवं सत्र न्यायालय में वकालत करता था। जमीन का विवाद गहराने की खबर सुनकर वह शनिवार रात को ही फाजिल्का से अपने दोस्त अमित के साथ चक 7 एलकेएस में स्थित उनके घर पर करीब 6 माह बाद आया था। 
राजेंद्र शंभूराम के परिवार में पैतृक जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। राजेंद्र की कुछ समय पूर्व हुई मौत के बाद दोनों परिवारों में जमीन को लेकर कई बार तनातनी भी हुई। जिसे गांव के प्रबुद्ध ग्रामीणों परिवार के लोगों ने समझाइश कर निपटाया। घटना से कुछ दिन पूर्व ही गांव के प्रमुख लोगों ने दोनों परिवारों की समझाइश कर पंचायती तौर पर मामला निपटाने के लिए दोनों पक्षों को राजी कर लिया था और इस विवाद को लेकर पंचायती का दिन निर्धारित किया जा रहा था। इसी बीच बीते शनिवार की रात्रि को कपिल सुशील द्वारा जमीन पर काश्त करने से माहौल तनावपूर्ण हो गया और रविवार सुबह यह वारदात हो गई। घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार रात्रि को दोनों पक्षों में जमीन काश्त करने को लेकर झगड़ा भी हुआ और इस दौरान दोनों पक्षों के लोगों की तरफ से हवाई फायरिंग भी की गई। हालांकि पुलिस ने फायरिंग किए जाने की घटना की पुष्टि नहीं की है। गौरतलब है कि इस जमीनी विवाद को लेकर दोनों पक्षों के लोग पिछले काफी समय से एक दूसरे के हिस्से की कुछ जमीन पर कब्जा कर उस पर जबरदस्ती काश्त कर रहे थे। 

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