Header Ads

test

ब्रह्मज्ञान के बिना मुक्ति नहीं -साध्वी दीक्षा भारती जी

पीलीबंगा| दिव्यज्योति जागृति संस्थान द्वारा गुरुवार को गांव कोहला में आयोजित सत्संग कार्यक्रम के दौरान साध्वी दीक्षा भारती जी ने अपने प्रवचनों में बताया कि ईश्वर की अपार कृपा से प्रत्येक जीवात्मा को मानव चोला प्राप्त हुआ है। ईश्वर को मानव चोला प्रदान करने के पीछे मात्र एक उद्देश्य जीवात्मा को जन्म मृत्यु के चक्कर से मुक्त करना है। इस परम उद्देश्य को प्राप्त करने के बाद प्रत्येक जीवात्मा को संसार छोड़कर जाना पड़ता है। इसलिए तत्वज्ञानी संत बताते हैं कि जन्म मृत्यु के चक्र से मुक्ति के लिए मृत्यु पर विजय प्राप्त करना अति अनिवार्य है। साध्वी श्री ने बताया कि अब मृत्यु पर विजय कब हो सकती है, जब मृत्यु आए ही न। परंतु वास्तविकता तो यह है कि जन्म मृत्यु एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। यदि जन्म हुआ है, तो मृत्यु भी अवश्यभावी है। अत: मृत्यु पर विजय पाने के लिए जन्म पर विजय पानी होगी। मतलब कि जन्म मृत्यु के चक्कर से ऊपर उठना होगा। मुक्ति की प्राप्ति करनी होगी। उन्होंने बताया कि ब्रह्मज्ञान के बिना मुक्ति नहीं हो सकती। यदि आप मुक्ति के आकांक्षी हैं तो आपको किसी तत्ववेता गुरु की शरण में जाना होगा। 

No comments