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शहरों में लंबे अर्से से जमे स्कूल व्याख्याता हटेंगे


आचार संहिता समाप्त होने से पहले ही शिक्षा विभाग में तबादलों की तैयारी आरंभ हो गई है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने अधीन के विद्यालयों में पदस्थापित व्याख्याताओं की पूरी जानकारी भेजें। जिला शिक्षा अधिकारी को व्याख्याताओं के पूरे संस्थान रिकॉर्ड देने को कहा गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के संयुक्त निदेशक (कार्मिक) ने इस आशय का एक पत्र सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजा है। 
इस पत्र के साथ संयुक्त निदेशक ने एक परफॉर्मा भी भेजा है, जिसमें अधिकतर उसके ठहराव की जानकारी देने के लिए कहा गया है। जो तीन मुख्य जानकारियां मांगी गई है कि उसके सेवाकाल में वो कितनी अवधि शहर में रहा और कितनी अवधि ग्रामीण क्षेत्र में। इससे यह तय किया जाएगा कि उसने शहर में ज्यादा नौकरी की है या गांव में। शहर में अधिक समय तक पदस्थापित रहने वाले व्याख्याताओं को ग्रामीण क्षेत्र में भेजा जाएगा, यह सूचना इसीलिए प्रमुखता से देने को कहा गया है। इसके अलावा हर व्याख्याता को वो अवधि भी मांगी गई है, जिससे पता लग सके कि वो वर्तमान पद पर कितने समय से है। जो व्याख्याता अधिक अवधि से एक ही माध्यमिक या उच्च माध्यमिक विद्यालय में पदस्थापित है उनका भी तबादला किया जाएगा। 
संयुक्त निदेशक ने जिला शिक्षा अधिकारियों को जो पत्र लिखा है उसमें स्पष्ट किया है कि एक्सल शीट में व्याख्याताओं की पूरी जानकारी तैयार कर विभाग के मेल पर भेजी जाए ताकि जानकारी का उपयोग करने में आसानी रहे। शिक्षा निदेशालय ने सभी उप निदेशक (माध्यमिक) को भी पाबंद किया है कि वे अपनी देखरेख में अपने अधीन के जिला शिक्षा अधिकारियों से यह रिकार्ड जल्दी तैयार कराए। प्राप्त जानकारी के अनुसार अनेक जिलों ने रिकार्ड तैयार कर विभाग के मेल पर भिजवा भी दिया है। व्याख्याताओं की सेवानिवृत्ति तिथि भी बताने को कहा है ताकि किसी ऐसे व्याख्याता का तबादला न हो जाए, जिसकी सेवानिवृत्ति निकट हो। जल्द सेवानिवृत्ति होने वालों के तबादले करने पर न्यायिक मामले बढ़ते है, क्योंकि इस आधार पर व्याख्याता स्टे ले आते हैं। 
व्याख्याताओं की पूरी जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को भेजें 

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