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बिजली मीटर की रीडिंग की स्क्रीन भी छपेगी बिल पर


जोधपुर डिस्कॉम अब बिजली मीटर की रीडिंग की स्क्रीन भी बिलों पर प्रकाशित करेगा, ताकि उपभोक्ता आरोप नहीं लगा सके कि मीटर कम चला था और बिल ज्यादा भेज दिया। इसके लिए डिस्कॉम ने मीटर रीडिंग का ठेका प्राइवेट कंपनी गलैक्सी डाटा सेंटर जोधपुर को दिया है। यह काम एक मई से शुरू हो जाएगा। इसके लिए निगम अधिकारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हंै। पायलेट प्रोजेक्ट के तहत पहले औद्योगिक क्षेत्र को लिया गया है। इस तरह के 11 हजार उपभोक्ता हैं। अगर इस व्यवस्था में कोई दिक्कत नहीं आई तो घरेलू उपभोक्ताओं के लिए भी यही व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। 
निगम अधिकारियों के मुताबिक बिजली मीटर रीडिंग का काम ऑनलाइन हुए सब डिविजनों में शुरू किया जाएगा। प्रथम चरण में हनुमानगढ़ शहरी और ग्रामीण, संगरिया शहरी, भादरा तथा पीलीबंगा सब डिविजन में मीटर रीडिंग का कार्य शुरू किया जाएगा। 
निर्णय का कर्मचारियों ने किया विरोध 
मीटर रीडिंग का काम ठेके पर दिए जाने के निर्णय का जोधपुर विद्युत वितरण निगम श्रमिक संघ ने विरोध किया है। इस संबंध में संघ के पदाधिकारियों ने मुख्य प्रबंधक को ज्ञापन भी भेजा है। ज्ञापन के अनुसार वर्तमान में यह कार्य निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है, जो कि बिल्कुल सही हो रहा है। कंपनी को यह कार्य ठेके पर देने से रीडिंग में गलती होने की संभावना अधिक रहेगी। इससे पहले भी केएलजी कंपनी को रीडिंग का काम ठेके पर दिया गया था। कंपनी कर्मचारी मनमर्जी से रीडिंग लेते थे। इससे उपभोक्ताओं को नुकसान होता था। इसी को देखते हुए ठेका प्रथा को बंद किया गया था लेकिन डिस्कॉम ने इसे एक बार फिर से शुरू कर दिया है जो गलत है। 
अधिकारी बोले- काम में पादर्शिता आएगी 
स्टाफ की कमी के चलते बिजली मीटर की रीडिंग का कार्य समय पर पूरा नहीं हो पाता। ऐसे में अधिकांश उपभोक्ताओं को औसत बिल भेज दिया जाता है। इससे उपभोक्ताओं को बेवजह से चपत लगती थी। परिणाम कुछ भी रहें मगर अधिकारियों का मानना है कि मीटर रीडिंग का काम ठेके पर देने से कार्य में पारदर्शिता आएगी। 

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