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आधे से ज्यादा स्कूल संचालकों ने भी नहीं दी बालवाहिनी की सूचना

हनुमानगढ़ जिले में बालवाहिनियों में नियमों की पालना को लेकर स्कूल संचालक और प्रशासन संजीदा नहीं है। गुरुवार को कलेक्ट्रेट में एसपी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह बात एक बार फिर सामने आई कि स्कूल बस हादसे रोकने के प्रति लापरवाही बरती जा रही है। जुलाई, 13 में गोलूवाला में भीषण हादसा हुआ था, इसमें 12 बच्चों की जान चली गई। उसके बाद भी कई छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं, बावजूद इसके प्रशासन बालवाहिनी संबंधी पूरी सूचना नहीं जुटा पाया है। बैठक में डीटीओ मनोज कुमार ने बताया कि रजिस्टर्ड 907 बालवाहिनियों में से 408 बाल वाहिनियों की सूचना ही विभाग को प्राप्त हुई है। सूचनाएं उपलब्ध करवाने के लिए एक बार फिर स्कूल संचालकों को 15 मई तक का समय दिया है। स्कूल संचालक निर्धारित प्रपत्र में जानकारी डीईओ कार्यालय में जमा करवाएंगे। परिवहन विभाग ने शिक्षा विभाग के माध्यम से बालवाहिनियों व उनके ड्राइवरों के संबंध में विस्तृत सूचना मांगी थी। निर्धारित तिथि बार-बार आगे बढ़ाई।बैठक में एएसपी डीडी सिंह, डीईओ (माध्यमिक) प्रकाशचंद जाटोलिया, एडीईओ मोहनलाल स्वामी, डीडीईओ (प्रारंभिक)एसके कौशिक, ट्रैफिक इंचार्ज दर्शन सिंह भी शामिल हुए। 
कलेक्टर ने दिए थे सख्ती बरतने के आदेश 
गोलूवाला क्षेत्र में जुलाई, 13 में हुए हादसे में बालवाहिनी में सवार 12 बच्चों की मौत हो गई थी। इसके बाद रावतसर, पीलीबंगा, हनुमानगढ़ और नोहर-भादरा क्षेत्र में अब तक करीब एक दर्जन हादसे हो चुके। गोलूवाला में हुए हादसे के बाद कलेक्टर ने आदेश दिए थे कि स्कूल संचालक बालवाहिनी संबंधी पूरी गाइड लाइन की पालना करें। ऐसा नहीं करने पर मान्यता निरस्त की जाएगी। उसके बाद से से अब कार्रवाई तो दूर की बात प्रशासन बालवाहिनी संबंधी पूरी सूचना ही नहीं जुटा पाया। 
शुल्क तय करने पर होगा अगले माह विचार 
बैठक में बालवाहिनी की फीस निर्धारित करने की बात भी उठी। एसपी शरत कविराज ने कहा कि मई के अंतिम सप्ताह में होने वाली बैठक में स्कूल बस की फीस निर्धारण पर भी चर्चा की जाएगी। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। एसपी ने बताया कि सभी बालवाहिनियों के ड्राइवरों को परिवहन विभाग की ओर से परिचय पत्र जारी किए जाएंगे। बालवाहिनियों में लगाए गए स्पीड गवर्नर की भी जांच होगी और ड्राइवरों को स्पीड लिमिट का पालन करने के लिए पाबंद किया जाएगा। ड्राइवर का प्रमाण पत्र जारी करते समय इस बात की तस्दीक की जाएगी कि ड्राइवर के पास पांच साल का अनुभव हो। 
अब हर माह होगी बैठक 
बैठक में एसपी शरत कविराज ने कहा कि बालवाहिनी को लेकर किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बालवाहिनियों के संचालन के लिए तय नियमों का पालन करनी होगा। उन्होंने बालवाहिनी की बैठक को तीन बजाय हर महीने आयोजित करने की बात कही। अगली बैठक मई के अंतिम सप्ताह में होगी। 
अब 15 मई तक का दिया समय, 907 में से 499 स्कूलों से नहीं मिली चालक और बालवाहिनी संबंधी जानकारी 



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