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स्कूल वैन व ट्रक की टक्कर, 13 बच्चे घायल

पीलीबंगा/सूरतगढ़ 
सूरतगढ़-हनुमानगढ़ सड़क मार्ग पर रामपुरा व चक 35 एसटीजी के बीच सोमवार सुबह पौने नौ बजे स्कूल वैन व ट्रक की टक्कर हो गई। हादसे में वैन में सवार 13 बच्चे व चालक घायल हो गया। हादसे की सूचना मिलने पर आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे और बच्चों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां घायलों में से छह बच्चों व चालक को प्राथमिक इलाज के बाद श्रीगंगानगर रेफर कर दिया। जबकि सात बच्चों को परिजन इलाज के बाद घर ले गए। वैन में कुल १३ बच्चे सवार थे। 
जानकारी के अनुसार नवीन आदर्श विद्या मंदिर स्कूल सूरतगढ़ की वैन गांव रामपुरा से बच्चों को बैठाकर चक 35 एसटीजी के बच्चों को लेने के लिए रवाना हुई थी। इसी दौरान रामपुरा-चक 35 एसटीजी के बीच आगे चल रहे ट्रक व वैन की टक्कर हो गई। इससे वैन में सवार चालक प्रमोदकुमार (32), अक्षय (15), सन्नी (15), भरत (छह), सुमेधा (13), हन्नी (पांच), साहिल (14), ममता बावरी (15), प्रेरणा (16), ध्रुव (छह), रविना (15), गजेंद्र व दो अन्य सभी निवासी गांव रामपुरा घायल हो गए। इनमें वैन चालक प्रमोद, छात्र गजेंद्र, सन्नी व भरत व तीन अन्य के अधिक चोटें आने के कारण उनको प्राथमिक इलाज के बाद श्रीगंगानगर रेफर कर दिया। गजेंद्र, सन्नी व भरत को श्रीगंगानगर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीनों के सिर में चोट आने के कारण परिजन उन्हें श्रीगंगानगर के अंबा हॉस्पीटल ले गए। अस्पताल के न्यूरोसर्जन डॉ. अजय मिश्रा ने बताया कि तीनों की हालत खतरे से बाहर है। चालक प्रमोद का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। तीन अन्य बच्चों को उनके परिजन किसी अन्य अस्पताल ले गए। स्कूल के व्यवस्थापक रमेश आसवानी ने पीलीबंगा पुलिस थाने में अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ तेज गति व लापरवाही से ट्रक चलाकर टक्कर मारने के आरोप में मामला दर्ज करवाया है। एडीएम नारायणदास मटई, तहसीलदार राकेश न्यौल व सीआई रणवीर सांई जाब्ते के साथ अस्पताल पहुंचे और घायल बच्चों के बारे में प्रभारी से जानकारी ली। 

अस्पताल की ओर दौड़ पड़े परिजन 
हादसे में ज्यादातर घायल बच्चे रामपुरा गांव के थे। हादसे की सूचना मिलने पर बच्चों के परिजन जिस हालत में थे उसकी हालत में अस्पताल की ओर बच्चों को संभालने दौड़ पड़े। वहीं ग्रामीण भी बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंच गए। मासूमों के शरीर पर पट्टी बंधी देखकर परिजनों के साथ-साथ आमजन की आंखों में भी आंसू छलक पड़े। 

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