Header Ads

test

आपदा से निपटने के पर्याप्त इंतजाम नहीं, अब तक नहीं हटे अवैध बंधे :घग्घर क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोग भयभीत

घग्घर क्षेत्र में पानी का बहाव तेज होने के बाद बुधवार को सिंचाई विभाग के एक्सईएन रामजीलाल सहू ने टिब्बी, आरडी 84, 24, तलवाड़ा झील सहित विभिन्न जगहों का निरीक्षण कर बंधोंं की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि कमजोर बंधो के पास मिट्टी के कट्टे लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल पानी का बहाव सामान्य है लेकिन जिस तरह से खनौरी हैड पर पानी की मात्रा बढ़ रही है उससे नाली बेड में पानी की मात्रा बढऩे की आशंका है। 
घग्घर बहाव क्षेत्र में पानी की आवक लगातार बढ़ रही है। इससे घग्घर क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोग भयभीत हैं। जिला प्रशासन के पास बारिश व बाढ़ जैसी आपदा से निपटने की कोई व्यवस्था नहीं है। सिंचाई विभाग तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों को यह भी नहीं पता कि घग्घर बहाव क्षेत्र में कितने अवैध बंधे बने हैं। ऐसे में इन्हें हटाने की तैयारी का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। यदि 1995 की तरह घग्घर के बंधे टूटते हैं तो क्षेत्र में भारी तबाही हो सकती है। 

इन क्षेत्रों में सर्वाधिक खतरे की आशंका 

हनुमानगढ़ तहसील के घग्घर बहाव क्षेत्र के नजदीक बसे टाउन-जंक्शन, गांव गंगागढ़, श्रीनगर, सहजीपुरा, करणीसर, बहलोलनगर, ढालिया, गाहडू, चक बुड़सिंहवाला तथा अमरपुरा थेहड़ी, टिब्बी के वार्ड नंबर आठ, सूरेवाला, सिलवाला, पांच एसएसडब्ल्यू, तलवाड़ा झील, पीलीबंगा के सरावांवाला, दौलतावाली, सरमासर, पंडितावाली, पीलीबंगा गांव, दुलमाना, कालीबंगा, खरलियां, रामपुरा सहित घग्घर के आसपास के कई गांवों को निचले इलाकों में शामिल किया गया है। 

No comments