अब ग्रामसेवक ही करेंगे राशन कार्ड के फार्मों का सत्यापन
राशनकार्ड के फार्मों का सत्यापन अब ग्रामसेवक ही करेंगे। इस संबंध में राज्य सरकार की नई गाइड लाइन आ गई है। माना जा रहा है कि फरवरी महीने में कंप्यूटराइज्ड राशन कार्ड बनकर तैयार हो जाएंगे। कंप्यूटराइज्ड राशन कार्ड बनाने के लिए गुजरात की इनफोटेक लि. से राज्य सरकार ने अनुबंध किया है। अनुबंधित फर्म हनुमानगढ़ में अपना कार्यालय खोल चुकी है लेकिन अभी तक अनुबंधित फर्म के पास सिर्फ नगरपरिषद व नगरपालिका क्षेत्र के ही फार्म पहुंचे हैं। गांवों के राशन कार्ड के फार्म सत्यापन के अभाव में पंचायत मुख्यालय पर ही पड़े हैं।
पटवारी व ग्राम सेवक के बीच विवाद को देखते हुए कलेक्टर ने राज्य सरकार से नई गाइड लाइन मांगी थी। बताया जाता है कि पहले जो गाइड लाइन आई थी उसमें ग्राम सेवक / पटवारी को फार्मों का वेरिफिकेशन करने के आदेश दिए थे लेकिन न तो ग्राम सेवक फार्मों का सत्यापन कर रहे हैं न ही पटवारी। इसी को देखते हुए कलेक्टर ने राज्य सरकार से नई गाइड लाइन मांगी थी।
पटवारी व ग्राम सेवक के बीच विवाद को देखते हुए कलेक्टर ने राज्य सरकार से नई गाइड लाइन मांगी थी। बताया जाता है कि पहले जो गाइड लाइन आई थी उसमें ग्राम सेवक / पटवारी को फार्मों का वेरिफिकेशन करने के आदेश दिए थे लेकिन न तो ग्राम सेवक फार्मों का सत्यापन कर रहे हैं न ही पटवारी। इसी को देखते हुए कलेक्टर ने राज्य सरकार से नई गाइड लाइन मांगी थी।
राज्य सरकार एक-एक फार्म की डाटा एंट्री करा रही है। मकसद यह है कि प्रदेशभर के राशन कार्डधारकों का रिकॉर्ड कंप्यूटराइज्ड किया जाएगा। डीएसओ के अनुसार, इस व्यवस्था के बाद कोई व्यक्ति डबल राशन कार्ड नहीं बनवा पाएगा। नए राशन कार्डों पर गैस कनेक्शन, परिवार के सदस्य आदि कई जानकारियां अंकित रहेंगी।
Post a Comment