Header Ads

test

रेलवे कॉलोनी दिन-ब-दिन बदहाली का शिकार

पीलीबंगा। कस्बे में रेलवे स्टेशन के पास बनी रेलवे कॉलोनी की दिन-ब-दिन बदहाली का शिकार होती जा रही है। ऎसे में यहां पर कोई भी कर्मचारी रहना नहीं चाहता। फिर भी कुछ मजबूरीवश निवास कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार टूटी सड़कें, गंदगी व कचरे से भरी नालियां और उससे भी भयावता यह कि जिनमें निवास करना है वह क्वार्टर तो पूरी तरह क्षतिग्रस्त है। जर्जर छत व क्षतिग्रस्त दीवारें बाहर से ही दास्तां बयां कर देती है। कॉलोनी में चारों ओर कचरे व गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। नालियो की सफाई के बाद गंदगी को नहीं उठाने से वातावरण बदबूदार बना रहता है। यहां बने क्वार्टरों की स्थिति तो और भी दयनीय है।

उनकी छत्त और दीवार क्षतिग्रस्त होने से हर समय गिरने का खतरा मंडराता रहता है। इससे भयभीत कर्मचारी इनमें आवास नहीं करते। विभाग ने रंग-रोगन करवा कार्य की इतिश्री करवा ली। मगर सुरक्षा के नाम पर कोई कार्य नहीं करवाया गया। दीवारों में सीलन आने से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है।

इधर, रेलवे स्टेशन पर भी विकास कम व खामियां ज्यादा है। प्रतीक्षालय के फर्श को ऊंचा किया गया है। मगर बरसात के समय सड़क का पानी फर्श पर पसरा रहता है। प्रतीक्षालय में अलग से एक बुकिंग खिड़की निर्माणाधीन है। प्रतीक्षालय छोटा होने से टिकट के समय यात्रियों की भारी भीड़ हो जाती है और उनकी जेबें तराश ली जाती है। इसके अलावा स्थायी कर्मचारी नहीं होने से सफाई का भी अभाव है।

प्रतीक्षालय, स्टेशन अधीक्षक कार्यालय व बुकिंग कक्ष में कूड़ा-कचरा हर समय पड़ा रहता है। यात्रियों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर स्टेशन स्थापित होने के समय से बने शेड का अभी तक विस्तार नहीं हुआ। मुख्य प्लेटफार्म से दूसरे पर जाने के लिए फुटओवर ब्रिज नहीं होने से गाड़ी क्रॉस के समय परेशानी होती है। स्टेशन की समस्याओं को लेकर यहां व्यापारमंडल व अन्य समाजसेवी संस्थाओं ने रेलवे उच्चाघिकारियों को ज्ञापन सौंपे। मगर समाधान नहीं हुआ। इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक हरिलाल का कहना है कि स्टेशन की समस्याओं के समाधान को लेकर उच्चाघिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है।

No comments