भूमि पर परिजन के कब्जे से बेघर
पीलीबंगा। जाखड़ांवाली में तीन मुरबे जमीन व भूखंड की मालिक लिछमादेवी सुथार एक झोपड़ी में रहने को मजबूर है। उसके परिजनों ने जमीन व भूखंड छीन लिए व कब्जा कर लिया। इससे उसकी दिमागी हालत खराब हो गई। लिछमा करीब दो वर्ष से सड़क किनारे दिन बीता रही है। उसके पुत्र सुभाष ने बताया कि पिता महावीर सुथार का 11 वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो गया। उनकी मौत के बाद परिजनों ने उनके हिस्से की भूमि व भूखंड पर कब्जा कर लिया। इससे माता लिछमादेवी की दिमागी हालत खराब हो गई।
सुभाष ने बताया कि घर से बेघर होने के कारण उन्हें पंडितांवाली में आकर रहना पड़ा। यहां भी ठोर नहीं मिलने के कारण वे कच्ची झोपड़ी में रहने पर मजबूर है। सुभाष ने बताया कि पिता की मौत व घर से बेघर होने के बाद अब उसका व माता लिछमा देवी कासाथ देने वाला कोई नहीं। उसने बताया कि वह एक चाय के होटल पर मजदूरी कर भरण-पोषण कर रहा है। उसने प्रशासन से न्याय की गुहार की है।
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