'इस शहर का बसंत पतझड़'
पीलीबंगा | अखिल भारतीय साहित्य परिषद एवं श्री जय लक्ष्मी साहित्य कला व नाटक मंच के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को कला भवन में पाक्षिक काव्य गोष्ठी हुई। अध्यक्षता प्रधानाध्यापक गज्जन सिंह ने की। गोष्ठी में कवि बलङ्क्षवद्र भनौत ने 'इस शहर का बसंत पतझड़ हुआ', लेखक विजय बवेजा ने 'मेरे शहर का क्या हाल हुआ यारो' सुनाकर शहर के हालात को कविता के माध्यम से सुनाया। गजल गायक नवदीप भनौत ने 'बस्ती-बस्ती घोर उदासी' सुनाकर माहौल को खुशनुमा बना दिया। व्याख्याता कुंदन चेतवानी ने 'ये सुरंगों का शहर है यहां न झरोखे हैं न खिड़कियां' सुनाकर शहर के दर्द को बयां किया। कवि गणेश जैन, प्रवीण चौटाला, ओमप्रकाश सैन, राजेंद्र पारीक व श्याम पारीक ने भी अपनी-अपनी स्वरचित कविताओं को पेश किया। अंत में सुपरस्टार राजेश खन्ना व फिल्म अभिनेता दारासिंह व मंच सदस्य गणेश जैन की 98 वर्षीय माता पूरा देवी के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। गोष्ठी का संचालन विजय बवेजा ने किया।
Post a Comment