अब थप्पड़ों का जमाना
पीलीबंगा। अखिल भारतीय साहित्य परिषद और जय लक्ष्मी कला साहित्य एवं नाटक मंच की ओर से कला भवन में रविवार को काव्य गोष्ठी हुई। गोष्ठी में विजय बवेजा ने 'पहले चलते थे जूते चप्पल, अब थप्पड़ों का जमाना है'और देवीलाल महिया ने 'पड़ रही धूड़ धौला छूट रहया राजपाठ रा काज'हास्य कविताएं सुनाकर श्रोताओं को लोटपोट किया।
कार्यक्रम में बलविंद्र भनौत, गणेश जैन, नवदीप भनौत ने रचनाएं प्रस्तुत कर समां बांधा। इसके अलावा देशराज वर्मा, गोपीराम शर्मा व कवि निशांत ने भी रचनाएं सुनाई। संचालन विजय बवेजा ने किया। अध्यक्षता रामकुमार गोदारा ने की |
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