'महंगाई के मारे लोग, कैसे हंसे'
पीलीबंगा। अखिल भारतीय साहित्य परिषद एवं जयलक्ष्मी साहित्य, कला एवं नाटक मंच की ओर से रविवार को कला भवन में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में बलविंद्र भनौत ने महंगाई के मारे लोग कैसे हंसे, हास्य कवि दौलतराम डोटासरा ने बा भूखी किंया करै इनली बीनली, नवदीप भनौत ने चलो कंटीली राहों पर मंजिल होगी फूलों की, निशांत ने काम से है रोटी, विजय बवेजा ने मच्छरों से बच गए तो सर्दी अच्छी बीतेगी व कुंदनलाल चेतवानी ने हर कंधा अपना-अपना बोझ सहे रचनाएं सुनाकर खूब वाहवाही लूटी।
Post a Comment