अब रोडवेज के यात्रियों को टच स्क्रीन ईटीएम से मिलेगी टिकट डेबिट और क्रेडिट कार्ड से कर सकेंगे भुगतान
राजस्थान राज्य परिवहन निगम अब तकनीक का सहारा ले रहा है। अब बस में यात्रा करने वाले यात्रियों को मिलने वाली टिकट टच स्क्रीन ईटीएम से काटकर देंगे। जानकारी अनुसार मार्च के आखिर तक जिले की सभी बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों को इस ईटीएम की टिकट ही मिलेगी। इसके लिए पिछले पांच दिनों से रोडवेज परिचालकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो जारी है। फिलहाल हनुमानगढ़ आगार में 2 मशीन पहुंची है। प्रशिक्षण के बाद जिले की सभी 112 सेवाओं के लिए मशीन पहुंचेगी जो परिचालकों को ड्यूटी और रूट के आधार पर वितरित की जाएगी। रोडवेज प्रशासन के अनुसार यह इवीएम मशीन नॉर्मल मशीन से भिन्न होगी, जो एक एंड्रॉयड सिस्टम पर काम करेगी। उससे टिकट देने में समय की बचत होगी। इससे यात्री आपने डेबिट कार्ड से भी टिकट का भुगतान कर सकेंगे। वहीं ऑन रूट पर इसे पॉवर बैंक से चार्ज किया जा सकेगा। पहले वाली मशीन में कई तरह की परेशानियों का सामना परिचालकों को करना पड़ता था।
टच स्क्रीन ईटीएम से यह चार परेशानियां होंगी दूर, पहले वाली मशीन में परिचालकों को आती थी कई परेशानियां
यह होगा टच स्क्रीन ईटीएम में खास
एंड्रॉयड ईटीएम टच स्क्रीन मोबाइल की तरह ही काम करेगी। मात्र टच करने से ही टिकट आ जाएगी। इसमें महिलाओं, विधायकों, छात्राओं, स्मार्टकार्ड धारक, दिव्यांग आदि की रियायत वाली टिकट बनाने का अलग से विकल्प दिया गया है। यह मशीन मुख्य कार्यालय से इंटरनेट के माध्यम से जुड़ी होगी। परिचालक द्वारा काटी गई प्रत्येक टिकट का हिसाब संबंधित अधिकारी कभी भी देख सकेगा। इसमें सिम और इंटरनेट की सुविधा भी रहेगी। इसमें मोबाइल की तरह ही सॉफ्टवेयर डाले गए हैं, जिससे यह गर्म और हैंग नहीं होगी। यह मशीन मोबाइल फोन की तरह काम करेगी। इसके लिए सभी परिचालकों को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है।
अब शीघ्र ही टच स्क्रीन ईटीएम लागू होगी। इसके लिए प्रशिक्षण संबंधित कंपनी की ओर से दिया जा रहा है। पांच दिन से जारी है। संभवतया: मार्च के आखिर तक यह मशीन लागू हो जाएगी। इससे यात्रियों के साथ परिचालकों को भी काफी सहूलियत मिलेगी। रणधीर सिंह, प्रबंधक, वित्त, हनुमानगढ़ आगार
1.परिचालकों को आए दिन ईटीएम खराब होने की समस्या से निजात मिलेगी। क्योंकि अब तक निगम की बसों में ऑन रूट ही ईटीएम खराब होने की शिकायतें मिलती हैं। इसके कारण परिचालक को मैनुअल टिकट काट कर यात्री को देनी पड़ती है।
2.इससे रेजगारी (खुल्ले पैसे) की समस्या से राहत मिलेगी। अमूमन ये होता था कि खुल्ले पैसों को लेकर झगड़ा तक हो जाता था। अब इस मशीन से यात्री डेबिट और क्रेडिट कार्ड से स्वैप कर टिकट ले सकेंगे।
3.किसी भी आपात स्थिति में परिचालक ईटीएम से ही वीडियो और ऑडियो और फोटो खींचकर अधिकारियों तक पहुंचा सकेगा। इस मशीन को मोबाइल के चार्जर से आसानी से कहीं भी चार्ज किया जाएगा। इसकी बैटरी 2000 से 4000 एमएच तक की है जो 2 से तीन दिन तक काम करेगी। मशीन में दो सिमें भी लगाई जाएंगी।
4.कंडेक्टर टिकट बनाने में हेराफेरी नहीं कर सकेंगे। क्योंकि यह मुख्य कार्यालय से जुड़ी रहेगी। निगरानी दल बस में ही देख सकेंगे कि परिचालक ने कितनी रियायती टिकट बनाई और कितने अन्य टिकट काटे। वहीं बुकिंग का भी पता चल सकेगा।
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