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इलेक्ट्रिक ट्रैक के साथ होगा रेल सुविधा का विस्तार, ट्रेनों की गति बढ़ेगी, बनेगा पावर यार्ड


हनुमानगढ़. नए साल में भटिंडा- हनुमानगढ़-सूरतगढ़ रेलवे ट्रैक विद्युतीकरण प्रोजेक्ट के पहले चरण में भटिंडा-हनुमानगढ़ के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेक का काम पूरा होगा। अधिकारियों के मुताबिक हनुमानगढ़ तक इलेक्ट्रिक रेलवे ट्रेक का काम जनवरी अंत तक पूरा हो जाएगा। इसके लिए बिजली पोल लगाने का कार्य तेजी पर है। भटिंडा से हनुमानगढ़ तक 92 किलोमीटर की दूरी में करीब 3180 पोल लगाए जा चुके हैं जिसमें 2750 से अधिक पोल लग चुके हैं। रेलवे सूत्रों की मानें तो सबकुछ ठीक रहा तो मार्च 2019 तक भटिंडा-हनुमानगढ़ के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन शुरू होने की उम्मीद है। इससे पहले सीआरएस हनुमानगढ़ आएंगें। सीआरएस की ओर से ट्रेक का निरीक्षण के बाद ही ट्रेनों का संचालन शुरू होगा। फरवरी माह के अंत तक सीआरएस का दौरा संभावित है। इलेक्ट्रिक ट्रेन शुरू होने के बाद हनुमानगढ़ में रेल सुविधाओं के विस्तार होने की उम्मीद है। 
इलेक्ट्रिक ट्रेन के लिए पावर यार्ड हनुमानगढ़ में ही बनेगा। यहीं पर पावर बदली जाएगी। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले रेल बजट में हिसार से भटिंडा होते हुए सूरतगढ़ तक रेलवे ट्रैक पर करीब 300 करोड़ रुपए की लागत से विद्युतीकरण की घोषणा की थी जिसे निर्धारित अवधि में पूरा करने की कवायद चल रही है। इसके तहत विद्युत पोल लगाए जाने का काम 80 फीसदी से अधिक हो गया है। इसके बाद विद्युत तार लगाकर बारीकी से परीक्षण के बाद उनमें विद्युत करंट प्रवाहित किया जाएगा। इसके बाद ही इलेक्ट्रिक ट्रेन ट्रैक पर दौड़ सकेगी। बिजली पोल लगने के साथ ही इलेक्ट्रिक ट्रेनों के संचालन से रेल सुविधा विस्तार के कयास लगने शुरू हो गए हैं। भटिंडा से हनुमानगढ़ तक ट्रेक इलेक्ट्रिक होने के बाद हनुमानगढ़ से पीलीबंगा -सूरतगढ़ तक रेलवे ट्रेक का विद्युतीकरण का काम शुरू होगा। 

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