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सुस्त चाल...अब तक लगे केवल 70 शिविर, इस माह के अंत लगने हैं 245 कैंप


जिले में ऋण माफी के लिए लग रहे कैंपों की रफ्तार भी अभी तक सुस्त ही है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार तक जिले में 70 कैंपों का आयोजन कर 17060 किसानों को 50.63 करोड़ के ऋण माफी प्रमाण पत्र जारी किए गए थे। जिले में 84000 कृषकों का 250 करोड़ का ऋण माफ किया जाना है। अब हनुमानगढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक की ओर से जुलाई अंत सभी 215 कैंपों के आयोजनों का लक्ष्य पूरा करने की बात कही जा रही है। खास बात यह है कि ऋण माफी के लिए भी अभी 250 करोड़ में से 62 करोड़ की राशि ही जारी हुई है। 

राज्य सरकार ने कर्ज माफी की घोषणा तो की है लेकिन कर्ज के नीचे दबे किसानों को तत्काल लाभ नहीं मिल पाया है। अभी बेहद धीमी गति से सहकारी समितियों के माध्यम से ऋण माफी के सर्टिफिकेट बांटे जा रहे हैं लेकिन अधिकांश किसानों को पुराना कर्ज चुकाकर ही खरीफ के लिए ऋण दिया जा रहा है। अब सहकारी समितियों में ऋण माफ करवाने वाले किसानों को दिए जाने वाले लोन को भी चार किस्तों में देने तैयारी है। इसलिए ऋण माफी वाले किसानों को दस हजार रुपए का ही पुन: ऋण वितरण किया जा रहा है। इससे पहले हनुमानगढ़ में दस की बजाय 20 हजार रुपए पुन: ऋण के रूप में दिए जा रहे थे। शुक्रवार को इसे घटाकर दस हजार करने के निर्देश जारी हुए। इससे खासतौर पर छोटे किसानों का बजट पूरी तरह से गड़बड़ा सकता है। हालांकि बैंक अधिकारी इसे अस्थाई व्यवस्था बताते हुए जल्द ही बाकी राशि जारी करने की बात कह रहे हैं। इससे पहले भी किसानों को पुराना ऋण सहकारी समितियों को चुकाकर ही लोन रिन्यू करवाना पड़ा है। गौरतलब है कि निर्धारित तारीख तक लोन रिन्यू नहीं करवाने वाले किसानों से ब्याज वसूलने का नियम है।

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