Header Ads

test

गांव बंद आंदोलन छठे दिन में : हड़ताल का असर खत्म


इका दूका जगह छोड़कर लगभग हड़ताल का असर खत्म हो गया है | अब दूध वालो की साईकिल भी दिखने लगी है , डेयरीया भी खुल गयी , सब्जिया भी मार्किट में आ गयी है | 
किसानों का गांव बंद आंदोलन बुधवार को छठे दिन में प्रवेश कर गया। पीलीबंगा में अलसुबह ही किसान अपने नाकाबंदी स्थलों पर पहुंच गए। सुबह 11 बजे किसान उपखंड कार्यालय पीलीबंगा पहुंचे। सभा में मंदसौर में पिछले साल मारे गए शहीद किसानों को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सभा को शफी मोहम्मद, चरणप्रीत बराड़, प्रहलाद फगोडिय़ा, राजवंत मसरूवाला, गुरमेल सिंह, जसवीर सिंह बजीतपुरिया आदि किसानों ने संबोधित किया। किसानों ने गुरुवार से आंदोलन चलने तक पीलीबंगा के चारों तरफ नाकाबंदी स्थलों, रावतसर रोड पर 26 एसटीजी पुलिया, लखूवाली बस स्टैंड, खरलियां, हांसलिया मार्ग, 14 पीबीएन पुलिया, श्रीगंगानगर रोड पर पीबीएन पुलिया के पास और हनुमानगढ़ रोड पर दुलमाना बस स्टैंड स्थित किसानों के धरना स्थल से नगरवासियों को दूध और सब्जी उपलब्ध करवाने की घोषणा की। वक्ताओं ने बताया कि धरना स्थलों पर उपलब्ध गाय का दूध 35 रुपए लीटर, भैंस का दूध 45 रुपए प्रति लीटर मिलेगा। प्रति व्यक्ति को प्रतिदिन 3 लीटर दूध उपयोग के लिए दिया जाएगा। 
सिंहपुरा बस स्टैंड पर नाका लगाकर हरी सब्जी व दूध की गाड़ियों की निगरानी की। किसानों ने गांवों के कच्चे रास्तों से होते हुए हनुमानगढ़ जा रही पिकअप की गाड़ी से 300 लीटर दूध पकड़ लिया। सिंहपुरा बस स्टैंड पर स्टाल लगाकर जरूरतमंद प्रत्येक परिवार को एक लीटर दूध निशुल्क वितरित किया गया। पूर्व सरपंच जवंद सिंह ने बताया कि पिकअप चालक को आगे स दूध को नहीं ले जाने की चेतावनी देकर छोड़ दिया व दूध जरूरतमंद परिवारों को बांट दिया गया। इस मौके लखा सिंह, मंगा सिंह, केवल सिंह, रूप सिंह, जसपाल सिंह, जगसीर सिंह आदि ग्रामीण मौजूद थे। 

No comments