Header Ads

test

किसानों ने लगाए नाके; शहर में दूध-सब्जी बेचने ला रहे वाहनों को रोका, सड़कों पर फिंकवाया

पीलीबंगा| राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ और अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में विभिन्न किसान संगठनों द्वारा शुक्रवार सुबह 6 बजे से 10 बजे तक गांव मसरूवाला के बस स्टैंड पर धरना लगाकर आसपास के गांवों और हनुमानगढ़ सूरतगढ़ रोड़ पर सब्जी व दूध की परिवहन व्यवस्था ठप की। इस दौरान किसानों ने राज्य सरकार की किसान विरोधी नीतियों पर रोष प्रकट किया। धरने की अगुवाई राजवंत सिंह मसरूवाला, जसवीर सिंह बजीतपुरिया, गुरमेल सिंह भुल्लर, तेजा सिंह ढिल्लों, जसवंत बिश्नोई, अमरजीत बराड़, मंदर सिंह, बलोर सिंह, गुरमीत सिंह, गुरमीत भुल्लर, लड्डू सिंह, काका सिंह मेहरा, कामरेड रामेश्वर वर्मा, शंकरलाल वर्मा सहित किसानों ने शिरकत कर सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। किसान सभा के गोपाल बिश्नोई के अनुसार संपूर्ण कर्ज माफ करने, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने, फसलों की लागत का डेढ़ गुणा भाव देने, डीजल, पेट्रोल और गैस के दाम कम करने, आवारा पशुओं की समस्याओं का समाधान करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी रहेगा। गांव अहमदपुरा के काश्तकार बलविंद्र सिंह चहल के अनुसार भिंडी को तो रोजाना तोड़ना अतिआवश्यक होता है। गौरतलब है कि पीलीबंगा के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भिंडी, लौकी व हरी मिर्च की पैदावार अधिक होती है। 
किसान आंदोलन के दौरान जिले में दूध व सब्जी की किल्लत से निपटने के लिए कलेक्टर दिनेशचंद जैन ने शुक्रवार को संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। कलेक्टर ने गंगमूल डेयरी के एमडी को दूध की किल्लत की स्थिति न बनने देने के निर्देश दिए। गंगमूल डेयरी के एमडी ने बताया कि ड्राई मिल्क की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है जो डेयरी बूथ पर हर समय उपलब्ध रहेगा। इसके अलावा सहकारी दुकानों पर ड्राई दूध के पैकेट उपलब्ध करवा दिए जाएंगे। कलेक्टर ने मंडी सचिव और सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार को प्याज और आलू के पर्याप्त स्टॉक की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। आवश्यकता पड़ने पर सहकारी दुकानों पर उचित मूल्य पर प्याज और आलू उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। इसके अलावा कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एएसपी को पर्याप्त जाप्ता तैनात रखने और एसडीएम को स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए कहा। बैठक में एडीएम प्रकाश चौधरी, एएसपी हरिराम चौधरी, एमडी सीसीबी भूपेंद्र ज्याणी, सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार अमीलाल, डेयरी एमडी पीके गोयल, पीआरओ सुरेश बिश्नोई, नगर परिषद कमिश्नर राजेंद्र स्वामी, मंडी सचिव एमएल खुराना मौजूद थे। 
दुग्ध व्यवसाय से जुड़े लोगों न जताई चिंता
दुग्ध व्यवसाय से जुड़े लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जोकि दूध शहरी क्षेत्र में नहीं आने दे रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों ने आरोप लगाया कि कुछ लोग दूध बाजार में नहीं आने दे रहे हैं और मारपीट कर दूध बिखेर रहे हैं। इन लोगों का आरोप था कि ऐसे लोगों में किसानों की बजाय कुछ स्थानीय डेयरी वाले ही शामिल हैं। दुग्ध विक्रेताओं की ओर से ऐसे लोगों पर अंकुश लगाने की मांग की गई ताकि आने वाले दिनों में कोई अप्रिय घटना न घटे।

No comments