एफसीआई ठेकेदार ने श्रमिकों को दिए थे चेक, 50 मजदूरों के अनादरित हुए, मजदूरों ने लगाया धरना, काम ठप रखा
पीलीबंगा : जिंसों की तुलाई, उठाव व भराव में लगे श्रमिकों को उनकी मजदूरी के एवज में एफसीआई ठेकेदार की ओर से दिए गए चेकों में से करीब 50 चेक बैंक से अनादरित हो गए। इससे गुस्साए श्रमिकों ने विभिन्न श्रमिक संगठनों के सहयोग से गुरुवार को नवीन मंडीयार्ड में कामकाज ठप कर दिया। चेकों के अनादरित होने से गुस्साए श्रमिक कृषि उपज मंडी समिति कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। सूचना पर व्यापार मंडल के पदाधिकारी भी पहुंच गए। इसके बाद एसडीएम कार्यालय में पहुंचे मजदूरों के सामने एसडीएम ने एफसीआई अधिकारियों को बुलाया और निर्देश दिए। करीब एक घंटे बाद एफसीआई ने ठेकेदार के बैंक खाते में भुगतान राशि जमा करवा दी गई। ठेकेदार द्वारा भी श्रमिकों को उनके बकाया भुगतान के चेक पुन: दिए गए। वहीं श्रमिक संगठनों का कहना था कि उन्हें कोई भुगतान नहीं हुआ है। जब तक सभी श्रमिकों को उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं किया जाता तब तक वे कामकाज बंद रखेंगे।
काम बंद होने से मंडी में पसरा रहा सन्नाटा, व्यापार मंडल ने भी किए प्रयास, पर सिरे नहीं चढ़े
गुरुवार को कामकाज बंद के दौरान धानका तौला मजदूर यूनियन, ट्रैक्टर ट्राली यूनियन, एफसीआई लेबर यूनियन व इस कार्य में लगे सभी श्रमिक संगठनों ने अपना काम बंद रखा। बंद के दौरान नवीन मंडीयार्ड में जहां एक ओर ट्रैक्टर ट्रालियों का जमावड़ा लग गया वहीं कामकाज बंद होने के कारण यार्ड में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं एफसीआई की लिफ्टिंग सहित सभी लेबर का भुगतान देर शाम तक भी नहीं होने से श्रमिकों ने अपना आंदोलन जारी रखा। इस संबंध में व्यापार मंडल कार्यकारिणी व मंडी समिति सचिव एफसीआई के स्थानीय अधिकारियों के साथ देर शाम तक व्यापार मंडल कार्यालय में मीटिंग कर इस समस्या के समाधान का प्रयास करते रहे।
एसडीएम ने कहा-भुगतान नहीं किया तो देंगे नोटिस और करेंगे कानूनी कार्रवाई
सूचना मिलते ही व्यापार मंडल पदाधिकारियों ने व्यापार मंडल अध्यक्ष शांतिलाल दफ्तरी व सचिव पवन मित्तल के नेतृत्व में धरने पर बैठे श्रमिकों से संपर्क कर मंडी समिति सचिव सुरेंद्र खोथ व एसडीएम डॉ. अवि गर्ग को इसकी सूचना दी। इसके बाद व्यापार मंडल पदाधिकारियों के नेतृत्व में आंदोलनरत श्रमिक एसडीएम से उनके कार्यालय में जाकर मिले, जिस पर एसडीएम ने एफसीआई के स्थानीय अधिकारियों को मौके पर बुलाकर उनसे वस्तुस्थिति का जायजा लेते हुए एफसीआई के डीएम से संपर्क साधकर ठेकेदार को भुगतान करने के निर्देश देते हुए तुरंत प्रभाव से भुगतान नहीं करने पर नोटिस जारी कर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
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