Header Ads

test

सीए फाइनल का बदला पैटर्न; पहली बार छात्र चयनित विषय के नोट्स या किताब साथ ले जा सकेंगे


 द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की ओर से नया सिलेबस लागू कर दिया गया है। इस नए सिलेबस के तहत सीए फाइनल के स्टूडेंट्स के पेपर में कुछ बदलाव किए गए हैं। पहली बार आईसीएआई ओपन बुक सिस्टम से एग्जाम लेने जा रहा है। मई में होने वाले एग्जाम में इलेक्टिव सब्जेक्ट में स्टूडेंट बुक और नोट्स के साथ परीक्षा दे सकेंगे। सीए फाइनल में विद्यार्थी को अनिवार्य विषयों के अलावा स्पेशलाइजेशन के लिए छह में से एक इलेक्टिव विषय को चुनना होता है। इसी इलेक्टिव सब्जेक्ट का पेपर ओपन बुक बेस्ड होगा, जिसमें स्टूडेंट्स नोट्स, मॉड्यूल या बुक लेकर जा सकेंगे और बुक देखकर पेपर सॉल्व कर सकेंगे। रिस्क मैनेजमेंट, फाइनेंशियल सिक्योरिटीज एंड केपिटल मार्केट, इंटरनेशनल टैक्सेशन, इकॉनोमिक लॉ, ग्लोबल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग स्टैंडर्स मल्टीडिस्पिलनरी केस स्टडी जैसे इलेक्टिव सब्जेक्ट में शामिल है। 
काम में दक्ष बनाने के लिए परिवर्तन, 350 से ज्यादा विद्यार्थी मई में देंगे परीक्षा 
भारतीय सीए संस्थान शाखा श्रीगंगानगर के फाउंडर चेयरमेन व राजस्थान टैक्स कंसलटेंट एसोसिएशन के जर्नल सेक्रेटरी सीए पवन मित्तल ने बताया कि ये पैटर्न इसलिए शामिल किया गया है, ताकि सीए बनने जा रहा स्टूडेंट्स कॉम्पलेक्स लॉ और वर्किंग को समझ सके। उनकी क्रिटिकल और एनालिटिकल थिंकिंग स्ट्रॉन्ग हो और और वे अपने कार्य में दक्ष बनें। पहले साल ओपन बुक सिस्टम को थोड़ा आसान रखा जा सकता है, लेकिन आने वाले सालों में इसे और कठिन बनाया जाएगा। 
सिस्टम बदलने का मकसद नकल करवाना नहीं है। अपितु इसका फायदा भी सीए छात्रों को ही होगा। वे सीए के काम को और ज्यादा बेहतर तरीके से समझ सकेंगे। 
उन्होंने बताया कि सीए फाइनल की परीक्षा मई 2018 में होनी है। हनुमानगढ़ सेंटर से इस बार करीब 350 से ज्यादा स्टूडेंट्स सीए बनने के लिए परीक्षा देंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों में जिलेभर से सीए बनने वाले परीक्षार्थियों व चयनित छात्रों की संख्या एकाएक बढ़ी है। 
पेपर काफी मुश्किल...नोट्स या किताब देखकर भी हल कर पाना कठिन 
पवन मित्तल ने के अनुसार किताब देखकर पेपर सॉल्व करना सुनने में आसान लगता है, लेकिन आसान नहीं होगा। सीएस, इंजीनियरिंग में ओपन बुक एग्जाम का कान्सेप्ट पहले से है। सीएस स्टूडेंट्स का एक्सपीरियंस अच्छा नहीं रहा है। उन्हें पेपर सॉल्व करने में प्रॉब्लम होती है। इसी तरह सीए के स्टूडेंट्स को भी पेपर सॉल्व करने में दिक्कत होगी। जानकारी के अनुसार पेपर में सवाल केस स्टडी के रूप में आएंगे। यानी क्रिटिकल थिंकिंग एप्लाई करनी होगी। ठीक वैसे जैसे क्लाइंट से बात कर केस स्टडी करते हो। 

No comments