पीलीबंगा| चेकअनादरण के मामले में कोर्ट द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट पर हरियाणा पुलिस मंगलवार को विधायक द्रोपती मेघवाल के पति साहबराम मेघवाल को गिरफ्तार करने पीलीबंगा पहुंची लेकिन साहबराम को पीलीबंगा थाने में लाकर पुन छोड़ दिए जाने से नाराज लोगों ने थाने के सामने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। आक्रोशित लोगों ने इस दौरान एसडीएम अवि गर्ग को ज्ञापन सौंपकर थाना प्रभारी विजय सिंह मीणा पर विधायक पति को छुड़वाने का आरोप लगाते हुए उन्हें निलंबित करने की मांग कर डाली। हालांकि कुछ देर बाद ही थाना प्रभारी के अनशनस्थल पर जाकर अनशनकारियों को समझाया और उन्हें वार्ता करने पर राजी कर लिया। वार्ता के बाद अनशनकारियों ने पूरी प्रक्रिया को समझकर अनशन समाप्त करने की घोषणा कर दी। मामले के अनुसार गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद हरियाणा के तोसाम थाने का हवलदार सुरेंद्र कुमार होमगार्ड के दो जवानों के साथ वारंट की तामिल करवाने पीलीबंगा आए और साहबराम को गिरफ्तार कर पीलीबंगा थाने ले आए। जहां से थोड़ी देर बाद हवलदार सुरेंद्र कुमार होमगार्ड के जवान साहबराम को पीलीबंगा थाने में ही छोड़कर बैरंग लौट गए। कार्रवाई से रूष्ट पुलिस के स्वैच्छिक सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी बालाजी जीप कार टैक्सी यूनियन के प्रधान तरसेम शर्मा अपने साथियों के साथ थाने के सामने अनशन पर बैठ गए। अनशन पर बैठे तरसेम शर्मा उसके साथियों का आरोप था कि विधायक पति होने के कारण थाना प्रभारी ने राजनैतिक दबाव में आकर मामले में हस्तक्षेप कर साहबराम को छुड़वा दिया। थाना प्रभारी ने आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि प्रकरण भिवानी जिले की तोसाम पुलिस थाने का है। पीलीबंगा पुलिस का कोई लेना देना नहीं है। तोसाम पुलिस विधायक पति को थाने में लाए जरूर थे, किन कारणों से छोड़ गए, कोई जानकारी नहीं है। इस संबंध में विधायक उनके पति से संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
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