Header Ads

test

पानी निकासी नहीं होने पर गुस्साए लाेगों ने किया चक्काजाम

गोलूवाला :बारिशकेपानी की चार दिन बाद भी निकासी नहीं होने से सोमवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने सुबह दस बजे कैंचियां- पक्कासारणा रोड परमिस्त्री मार्किट के नजदीक धानमंडी के एक नंबर गेट पर चक्का जाम कर दिया। जाम लगने से सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। 
इस बीच मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार सुरेंद्र पारीक ने लोगों से समझाइश कर जाम खोलने के लिए कहा, लेकिन चक्काजाम कर रहे लोगों ने तुरंत पानी निकासी की व्यवस्था करने पर ही जाम खोलने की बात कही। करीब डेढ़ घंटे तक नायब तहसीलदार और ग्रामीणों के बीच वार्ता चलती रही। इसके बाद नायब तहसीलदार ने दो घंटे में पानी निकासी करवाने का लिखित आश्वासन दिया ताे लोग माने। इसके बाद उन्होंने जाम खोल दिया। चक्काजाम करने वालों मे कच्ची बस्ती, जोहड़ के नजदीक निवादान पंचायत के वार्ड दो, तीन, पांच दस के लोग शामिल थे। 
तनावपूर्णरहा माहौल 
पानी निकासी की मांग को लेकर लाठियों से लैस होकर सड़क जाम करने पहुुंचे लोगों को देखकर एक बार तो स्थिति तनावपूर्ण हो गई। जाम से वाहन निकालने का प्रयास करने पर धक्का-मुक्की भी हुई। एक महिला ने तो कार निकालने की कोशिश करने पर लाठी भी चला दी। एक बाइक चालक दो-तीन कार चालकों के साथ भी प्रदर्शनकारियों की तकरार हुई। इसी बीच सड़क पर अवरोधक भी लगा दिए गए और स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी रही। पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे थानाप्रभारी विक्रांत शर्मा ने स्थिति को नियंत्रित किया। चक्काजाम हटने के बाद प्रशासन ने राहत महसूस की। 

दो घंटे के निर्धारित समय में शुरू हुई निकासी 
नायबतहसीलदार सुरेंद्र पारीक ने लोगों को दिए गए दो घंटे के समय के बीच पानी निकासी शुरू करवा दी। हांलाकि पंचायत ने पहले ही निकासी की व्यवस्था कर दी थी। बाबा रामदेव मंदिर के नजदीक लंबी नाली खुदवाकर पंखी से पानी की निकासी शुरू की गई। नायब तहसीलदार ने बताया की पानी को आगे खेतों में निकाला जा रहा है। उधर, ग्रामीणों का कहना था कि शांतिपूर्ण आंदोलन करने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी सुध नहीं ली। अब चक्का जाम करने के बाद ही प्रशासन को पानी निकासी की व्यवस्था करने की याद आई। 

No comments