"शीला हारीं, अब मोदी की बारी" : 'आप' का नया नारा
नई दिल्ली. बस 49 दिन में ही सीएम की कुर्सी से अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने पर 'आप' के संस्थापक सदस्यों में से एक, प्रशांत भूषण ने कहा है कि वह नहीं चाहते थे कि केजरीवाल सरकार गिर जाए। लेकिन, कांग्रेस-भाजपा ने मिल कर ऐसे हालात बना दिए कि केजरीवाल को इस्तीफा देना पड़ा। अब अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए स्वतंत्र हो गए हैं। 'आप' लोकसभा चुनाव को लेकर शनिवार को बैठक भी कर रही है और शनिवार से ही पार्टी झाड़ू यात्रा की शुरुआत भी कर रही है।
लोकसभा चुनाव के लिए नया नारा (शीला हारीं, अब मोदी की बारी) देकर 'आप' ने यह तो साफ कर दिया है कि उसके निशाने पर नरेंद्र मोदी होंगे, लेकिन शुक्रवार को केजरीवाल के भाषण से यह संकेत भी मिला की वह लोकसभा चुनाव में मुकेश अंबानी को भी मुद्दा बनाएंगे। केजरीवाल ने कांग्रेस और भाजपा, दोनों को अंबानी के हाथों की कठपुतली बताया। वह बतौर सीएम गैस कीमत विवाद को लेकर अंबानी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा चुके हैं।
शुक्रवार को केजरीवाल ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, 'मुकेश अंबानी ने एक बार कहा था कि कांग्रेस उनकी दुकान है और वह वहां से कुछ भी खरीद सकते हैं। दस साल से वही यूपीए की सरकार को चला रहे हैं। मोदी के पीछे भी मुकेश अंबानी का हाथ है। मोदी हेलिकॉप्टर में घूमते हैं। बड़ी-बड़ी रैलियों के लिए उनके पास पैसे कहां से आते हैं? जब हमने इस बात पर मुकेश अंबानी पर अंगुली उठाई तो कांग्रेस और भाजपा ने हाथ मिला लिए।'
"पीलीबंगा में भी 'आप' के काफी member बन चुके है , इस लिहाज से अब आने वाले लोक सभा चुनाव में यहाँ कि राजनीति मे भी असर पड़ सकता है | " - सतीश जैन
Post a Comment