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भाजपा व कांग्रेस के नए चेहरों और बागी में मुकाबला

पीलीबंगा विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा और कांग्रेस ने चेहरे तो बदल दिए लेकिन समस्याएं अभी तक पुरानी ही हैं। कांग्रेस ने इस बार विधायक आदराम की टिकट काटकर युवा विनोद गोठवाल को प्रत्याशी बनाया है। पिछली बार टिकट न मिलने से निर्दलीय चुनाव लड़ी द्रौपदी मेघवाल अब भाजपा की प्रत्याशी हैं। पिछली बार द्रौपदी की बगावत की वजह से भाजपा को नुकसान हुआ था। भाजपा की टिकट न मिलने से खफा पूर्व विधायक धर्मेंद्र मोची इस बार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं, यानी भाजपा को चेहरा बदलने पर भी पिछले चुनाव जैसी चुनौती मिल रही है। 
घग्घर बहाव क्षेत्र में आने वाले पीलीबंगा क्षेत्र का 32 किलोमीटर एरिया कई वर्षों से सेम समस्या से जूझ रहा है, जो 1980 से है। इसी दौरान कई सरकारें बदली लेकिन सेम के निराकरण के गंभीर प्रयास सरकारी स्तर पर नहीं हुए। नहरी पानी की कमी और पर्याप्त बिजली नहीं मिलना भी इस क्षेत्र की समस्या है। 
पीलीबंगा विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 25 हजार 764 मतदाता हैं। इसमें महिला मतदाता 106167 और पुरुष मतदाता 119597 हैं। विधानसभा क्षेत्र में 52 ग्राम पंचायतों के अलावा पीलीबंगा और रावतसर नगरपालिका के 25-25 वार्ड शामिल हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के आदराम ने भाजपा उम्मीदवार धर्मेंद्र मोची को 6474 मतों से हराया था। आदराम को 52745 व धर्मेंद्र मोची को 46271 वोट मिले थे। भाजपा से बागी हुई द्रौपदी मेघवाल ने 15584 व बसपा के संजय को 14154 वोट मिले थे। 

कुल 10 प्रत्याशी हैं अब मैदान में 

द्रौपदी मेघवाल भाजपा, विनोद गोठवाल कांग्रेस, धर्मेंद्र मोची निर्दलीय के अलावा प्रेमकुमार बसपा, मनीराम माकपा, महेंद्रसिंह भाकपा, नेहा मेघवाल जमींदारा पार्टी, प्रभुराम बीएएसडी, शशिदत्ता शिवसेना और सुनीलकुमार आरजेवीपी। 

 

धर्मेंद्र मोची (निर्दलीय) 


विनोद गोठवाल (कांग्रेस) 


द्रौपदी मेघवाल (भाजपा) 

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