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कृषि विभाग की रिपोर्ट में बारानी क्षेत्र में ग्वार की 56%फसल खराब

सितंबर में बारिश नहीं होने से खरीफ की फसलों को नुकसान हुआ है। बारानी क्षेत्र में ग्वार की ५६ प्रतिशत फसल खराब हो चुकी है। ये खुलासा कृषि विभाग की रिपोर्ट में हुआ है। कृषि विभाग हनुमानगढ़ ने सितंबर में बारिश नहीं होने से फसलों में हुए नुकसान का आंकलन कर जयपुर और श्रीगंगानगर कार्यालय में रिपोर्ट भिजवाई है। रिपोर्ट के मुताबिक सबसे अधिक असर बारानी क्षेत्र में खड़ी ग्वार की फसल को हुआ है जबकि हनुमानगढ़ जिले में सबसे अधिक बिजाई इस बार किसानों ने ग्वार की ही की है। बाजरे की फसल को २६ और मोठ में ३७ प्रतिशत नुकसान हुआ है। पिछली बार की अपेक्षा इस बार किसानों ने ग्वार बिजाई के प्रति अधिक रुचि दिखाई है। बारानी के अलावा सिंचित क्षेत्र में पकाव पर पहुंची नरमा और कपास की फसल को भी बारिश ने प्रभावित किया है। बारिश नहीं होने और गर्मी अधिक रहने से कपास और नरमा की फसल की गुणवत्ता प्रभावित होने का अनुमान है। 
कृषि विभाग की रिपोर्ट में बताया गया है कि जिले में लक्ष्य के अनुरूप ग्वार की फसल सिंचित और बारानी क्षेत्र में 3 लाख 60 हजार हैक्टेयर में बोई गई है। इसमें 1 लाख 60 हजार हैक्टेयर फसल बारानी क्षेत्र की है, जिसमें से 90 हजार हैक्टेयर की फसल को नुकसान हुआ है। इसी तरह बाजरा की बोई गई कुल 45 हजार हैक्टेयर फसल में 12 हजार हैक्टेयर फसल को नुकसान झेलना पड़ा है। इसी तरह मोठ की 12 हजार में से 4 हजार 500 हैक्टेयर में फसल चौपट हो गई है। बताया गया है कि इस बार खरीफ की फसलों में ग्वार की बिजाई सबसे अधिक किसानों ने की है। जबकि कपास और नरमे के कुल लक्ष्य 1 लाख 60 हजार की अपेक्षा किसानों ने 1 लाख 13 हजार 947 हैक्टेयर में ही बिजाई की है। कृषि विभाग के मुताबिक यदि सितंबर में ठीक बारिश नहीं हुई तो फसलें और अधिक खराब होने की संभावना है। 

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