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तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का मामला,चार और अभ्यर्थियों का शिक्षक बनना तय

पंचायतराज विभाग की ओर से गठित विषय विशेषज्ञ कमेटी ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा देने वाले चार अभ्यर्थियों द्वारा ओएमआर शीट में दिए गए जवाब को सही माना है। कमेटी ने गुरुवार को जांच रिपोर्ट जिला परिषद को सौंप दी। इन चारों अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इस पर जिला परिषद ने सभी अभ्यर्थियों की दोबारा जांची गई ओएमआर शीट का अवलोकन कराया । कमेटी ने माना है कि अभ्यर्थियों ने प्रश्नों के सही जवाब लिखे थे लेकिन कॉपी जांचने वाले की गलती से अभ्यर्थी मेरिट सूची में जगह बनाने से वंचित रह गए। नंबर बढऩे के बाद इन अभ्यर्थियों के शिक्षक बनने की उम्मीद बढ़ गई है। चारों अभ्यर्थियों के औसतन तीन से चार अंक बढ़े हैं। ऐसे में इनका चयन होना तय है। जिला परिषद अब पंचायत राज विभाग के आगामी का आदेश इंतजार कर रहा है। इसके बाद दोबारा मेरिट सूची तैयार करके इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का काम शुरू होगा। इनमें चार अभ्यर्थियों की कॉपी जांचने का काम पूरा कर लिया गया है। लेवल द्वितीय में पीलीबंगा गांव खोथावाली निवासी कमला पुत्री दुलीचंदगांव भोजासर निवासी उम्मेद सिंह पुत्र अमरचंद,  जंक्शन निवासी सुरेश कुमार शर्मा पुत्र रामकुमार शर्मा, भादरा के गांव घेऊ निवासी ओमप्रकाश पुत्र रामकुमार की कॉपी जांच ली गई है। विषय विशेषज्ञ कमेटी की रिपोर्ट में इनके तीन से चार अंक बढऩे की बात कही गई है। रिपोर्ट के अनुसार सामाजिक विज्ञान के प्रश्न संख्या 87 में रामानुज को ही मध्यकाल में भक्ति का सूत्रपात करने वाला बताया गया है। इसके साथ ही फ्रांस को हराने वाले शासक का नाम भी अभ्यर्थियों ने बिस्मार्क लिखा था। जिसे कमेटी ने सही माना है। इन दो प्रश्नों के सही होने से अभ्यर्थियों के करीब चार अंक तक बढ़े हैं। 

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