'संस्कार निर्माण' शिविर
पीलीबंगा | साध्वी सुमनश्री के सानिध्य में रविवार को ज्ञानशाला के बच्चों का 'संस्कार निर्माण' शिविर हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत साध्वी मधुरलता के प्रेरक संगीत 'संस्कार फलते हैं ये दीप जलते हैं' से हुआ। सभी बच्चों ने अपने स्वर से स्वर मिलाते हुए 'हम अच्छे हैं हम, मन के सच्चे हैं' स्वर लहरी से वातावरण में नई पुलकन भर दी। साध्वी सुमन ने कहा कि बच्चे देश की भावी तस्वीर हैं। इनका जीवन तरासने में माता-पिता एवं शिक्षक वर्ग की विशेष जिम्मेदारी रहती है। संस्कारों की पौध को पल्लवित करने में ज्ञानशाला एक प्रयोगशाला है। अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करें। साध्वी सुरेखा ने बच्चों को जीवन निर्माण का प्रशिक्षण देते हुए बताया कि बच्चे भी समर्पण, सहनशील, विनयशील, श्रमशील एवं सद्गुणों की सौरभ से हर डगर पर अपनी पहचान छोड़ते रहने की बात कही। काव्या नाहटा, अनीषा नौलखा व शीतल जैन ने जीवन विज्ञान की शानदार रोचक प्रस्तुति देकर अपनी प्रतिभा को उजागार किया। सुशीला नाहटा ने कार्यक्रम का संयोजन करते हुए बताया कि गुरुदेव तुलसी ने ज्ञानशाला का ऐसा अभियान दिया, जिससे जुड़कर आज बच्चे अपना सर्वांगीण विकास कर रहे हैं। प्रशिक्षिका प्रतिभा दुग्गड़, पूजा व बबीता ने शिविर में बच्चों को प्रशिक्षण दिया व विभिन्न प्रतियोगिताएं करवाई गईं।
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