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अणुव्रत समिति की ओर से विचार गोष्ठी का आयोजन

पीलीबंगा | अणुव्रत समिति की ओर से साध्वी सुमनश्री के सान्निध्य में बुधवार को जैन भवन में 'शिक्षा में नैतिकता का महत्व' विषय पर शिक्षकों की एक विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। प्रधानाचार्य केसरदेव शर्मा ने कहा कि अच्छाई समाज में व्याप्त होते हुए भी आज हर कोई बुराई की तरफ भाग रहा है। कवि बलविंद्र भनौत ने कहा कि नैतिकता विस्तृत है, हमें इसे सीमाओं के दायरे में न रखकर आमजन को इसमें शामिल करें। भनौत ने कहा कि नैतिकता के प्रति समय-समय पर कार्यक्रमों का आयोजन भी होते रहना चाहिए। साध्वी सुमनश्री ने कहा कि चरित्र और नैतिकता हमारी संस्कृति की खान हैं। इसे सुसंस्कार एवं भावनात्मक सुदृढ़ता प्रदान करना ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए। प्रधानाध्यापक रामस्वरूप बारोटिया ने बताया कि नैतिकता भौतिकवादी युग में खो गई है। व्याख्याता श्यामसुंदर स्वामी ने बताया कि हमारी आंतरिक भावना के द्वारा नैतिकता को पाया जा सकता है। कार्यक्रम में रामप्रसाद कारेला, दीपिका पुगलिया, मनोहरलाल बंसल, रामजीलाल, साध्वी मधुरलता, साध्वी सुरेखा जी, साध्वी अपूर्वयशा ने भी सम्बोधित किया। अणुव्रत समिति अध्यक्ष विजय सहगल ने आदि मौजूद थे। संचालन आत्मप्रकाश बालान ने किया। 

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