अखिल भारतीय अणुव्रत समिति के तत्वावधान में राउमा विद्यालय में जीवन-विज्ञान दिवस मनाया
पीलीबंगा | अखिल भारतीय अणुव्रत समिति के तत्वावधान में सोमवार को राजकीय उमा विद्यालय में 'जीवन-विज्ञान दिवस' मनाया गया। मुख्य वक्ता ओमप्रकाश जैन ने बताया कि शिक्षा क्षेत्र में जीवन-विज्ञान आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी का महान अवदान है। इसके तहत शारीरिक, बौद्धिक विकास के साथ-साथ मानसिक एवं भावात्मक विकास के सूत्र बताए है, जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति का सर्वांगीण व्यक्तित्व का विकास होता है। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष विजय सहगल ने अणुव्रतों के बारे में विद्याॢथयों को जानकारी दी। साध्वी मधुरलता ने जीवन-विज्ञान महत्व के संबंध में सुमधुर प्रेरणाप्रद गीतिका प्रस्तुत की। साध्वी सुरेखा ने विद्याॢथयों को कैसे बैठे, कैसे बोले, कैसे श्वास लें, कैसे भोजन करें इत्यादि जीवन-विज्ञान सूत्रों के बारे में बताया। अणुव्रत समिति के उपाध्यक्ष आत्मप्रकाश बालाण ने अणुव्रत अभियान की जानकारी दी। प्रधानाचार्य केसरदेव शर्मा ने जीवन-विज्ञान प्रयोगों को विशेष उपयोगी बताते हुए विद्याॢथयों को व्यवहार में उतारने की प्रेरणा प्रदान कीं। समिति कोषाध्यक्ष विजयचंद दुग्गड़, क्षेत्रीय समवन्यक बनवारीलाल आर्य, मोतीलाल, झंवरलाल बांठिया, प्रेम गोयल, कुलङ्क्षवद्र ङ्क्षसह, बलराम पूनियां, डा.भंवरलाल, कृष्णलाल पूनिया व बलङ्क्षवद्र ङ्क्षसह आदि मौजूद थे। अंत में शाला के 600 विद्याॢथयों ने जीवन में आत्मसात करने का प्रण लिया। प्रवक्ता विजयचंद दुग्गड़ ने बताया कि मंगलवार को अणुव्रत का तीसरा दिवस राजकीय बालिका उमा विद्यालय में 'अणुव्रत प्रेरणा दिवस' के रूप में मनाया जाएगा।
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