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देहदान की

पीलीबंगात्न संत गुरमीतराम के वचनों का अनुसरण करते हुए वार्ड 14 की डेरा सच्चा सौदा की महिला अनुयायी रूकमण देवी आहूजा (58 वर्ष) के निधन पर गुरुवार को उनके परिजनों द्वारा उनकी देहदान की गई। ब्लॉक भंगीदास सतीश मित्तल ने बताया कि बुधवार शाम उनका निधन हो गया। शाम को ही उनके नेत्रदान कर दिए गए। इससे पूर्व 'मिलता है सच्चा सुख केवल सतगुरुजी तुम्हारे चरणों में' विनती शब्द के साथ रूकमण देवी के पाॢथव शरीर की अंतिम यात्रा निकाली गई। यात्रा में 'हर जुबां पर होगा एक ही नाम शाह सतनाम, शाह सतनाम' व 'देहदानी रूकमण अमर रहे' आदि नारों के साथ डेरा प्रेमियों ने वातावरण गुंजायमान कर दिया। अंतिम यात्रा में बेटियों ने सर्वप्रथम मां की अर्थी को कंधा दिया। शव यात्रा कस्बे के मुख्य बाजार से होती हुए फोरलेन मार्ग पर कल्याण भूमि के सामने पहुंची। जहां श्रीगंगानगर की टीम को रिसर्च के लिए देह सौंप दी गई। तेजाङ्क्षसह, कुलवीरसिंह, सरपंच अजमेरसिंह, मक्खनङ्क्षसह, डॉ.राज (डबलीराठान) अधिशासी अधिकारी राकेश मेहंदीरत्ता, मेहंदीरत्ता सात सदस्यीय कमेटी के रूघाराम, गिरधारीलाल, बाबूलाल अरोड़ा, बलतेजसिंह, एडवोकेट जगजीतङ्क्षसह रमाणा, टहलङ्क्षसह, निरंजन इंसा, भगवानदास, बसंतङ्क्षसह, जीतङ्क्षसह, गुरचरणङ्क्षसह, राजीव मित्तल, मुंशीङ्क्षसह, अमनदीप इंसा, दीपचंद इन्सां, 25 सदस्यीय कमेटी की बहन मधु इंसा 15 सदस्यीय कमेटी के पूर्व सदस्य फकीचंद इन्सां, रूघवीरसिंह अहमदपुरा, सात सुजान बहनें, ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स के सेवादार, यूथ वीरांगनाए, नौजवान कमेटी सहित हजारों की तादाद में साधसंगत अङ्क्षतम यात्रा में शामिल हुई। मित्तल ने बताया कि देहदानी रूकमण की स्मृति में नामचर्चा रविवार सुबह दस बजे गंगा पैलेस में होगी। 

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