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खत्म हुआ ग्राम सेवकों का आंदोलन



पीलीबंगा | पंचायत समिति में एसडीएम के कथित दुर्व्यवहार के खिलाफ ग्राम सेवकों का आंदोलन मंगलवार को हुई सफल वार्ता के बाद समाप्त हो गया। गौरतलब है कि सोमवार को ग्राम सेवकों ने मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना की समीक्षा बैठक का बहिष्कार कर दिया था। इसके बाद राजस्थान ग्राम सेवक संघ के बैनर तले धरने पर बैठे ग्राम सेवकों ने एसडीएम करतार सिंह मीणा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। मंगलवार को जिला परिषद के सीईओ सीएल मीणा ने पीलीबंगा पहुंचकर दोनों पक्षों की बात सुनी और पूरे प्रकरण को मिल बैठकर सुलझाने के लिए कहा। राजस्थान ग्राम सेवक संघ के शाखा अध्यक्ष मगरूर सिंह ने बताया कि एसडीएम करतार सिंह मीणा ने समीक्षा बैठक के दौरान ग्राम सेवकों के लिए अपशब्द का उपयोग किया। इससे पहले भी एसडीएम शिक्षकों और बार संघ के प्रतिनिधिमंडल से इस तरह का अशोभनीय व्यवहार कर चुके हैं इसलिए उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए। सीईओ की मध्यस्थता में हुई वार्ता के बाद दोनों पक्षों में आपसी सहमति बन गई और पूरा प्रकरण सुलझ गया।
एसडीएम ने माफी मांगी! : वार्ता के बाद राजस्थान ग्राम सेवक संघ के प्रदेश प्रतिनिधि हुक्मसिंह राठौड़ ने बताया कि एसडीएम करतार सिंह मीणा ने इस पूरे प्रकरण में बिना शर्त माफी मांग ली और आगे से ऐसा व्यवहार नहीं करने की बात कही। उधर, सीईओ सीएल मीणा ने कहा कि एसडीएम ने पूरे प्रकरण पर खेद व्यक्त किया है। एसडीएम का कहना था कि उनकी बात का गलत मतलब निकाला गया है और उन्हें इसका खेद है। समझौता वार्ता में बीडीओ सुनील छाबड़ा, तहसीलदार अशोक शर्मा,, उपशाखा अध्यक्ष मगरूर सिंह, राजेन्द्र मिढा, ओम सुथार, भारतभूषण शर्मा व सुखचैन सिंह ने शामिल हुए।
समझौते के बाद हुई बैठक :  समझौता वार्ता के बाद सीईओ सीएल मीणा ने पंचायत समिति कार्यालय में ग्राम सेवकों और पंचायत समिति स्टॉफ की समस्याओं को सुना। इस दौरान मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना की प्रगति, मास्टर विलेज प्लान और अपना खेत-अपना काम आदि योजनाओं  की प्रगति की समीक्षा की गई।

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