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मनरेगा मजदूरों ने जिला परिषद का घेराव किया

पीलीबंगा : मनरेगा मजदूरों ने आज अपनी मांगों को लेकर जिला परिषद कार्यालय का घेराव किया। उनकी मुख्य मांग तमाम श्रमिकों को 100 दिन का कार्य सुनिश्चित करने, कार्य पूरा करने पर पूरी मजदूरी का भुगतान 15 दिन में देने, टास्क पूरा होने के पश्चात मजदूरों को छुट्टी दी जाए, पांच किलोमीटर से ज्यादा दूरी पर काम करने पर अतिरिक्त राशि का भुगतान किया जाए, मनरेगा के योजना के अन्तर्गत आने वाली तमाम सुविधाएं श्रमिकों को उपलब्ध करवाई जाए आदि हैं। जिला परिषद कार्यालय के आगे सभा को संबोधित करते हुए का. रामेश्वर वर्मा ने कहा कि मनरेगा के मजदूरों का शोषण लगातार प्रशासन की आंखों के सामने हो रहा है। यही कारण है कि मजदूरों को पिछले 2 महीनों से बढा हुआ भुगतान नहीं मिल रहा है। न कोई अन्य सुविधाएं मिल रही हैं। मजदूर जब भी अपनी बात उठाते हैं तो सरकारी कर्मचारी उन पर मुकदमा बनाने के नाम पर प्रताडि़त करते हैं। यह अब सहन नहीं किया जाएगा। डीवाईएफआई के प्रदेशाध्यक्ष रघुवीर सिंह ने कहा कि मनरेगा मजदूरों की कोई सुनने वाला नहीं है। टास्क पर निर्धारित मजदूरी है परन्तु कार्य पूरा करने के बाद भी 5 बजे तक मजदूरों को बेवजह खुले में बैठाया जाता है। पूरे क्षेत्र में छाया की कोई व्यवस्था नहीं है। पीलीबंगा पंचायत समिति की उप प्रधान कमला मेघवाल ने कहा कि पिछले 3 महीनों में अधिकांश ग्राम पंचायतों में कार्य बंद पड़ा है और यह समझ से परे है कि मजदूरों को 100 दिन का कार्य कैसे मिलेगा। यह मजदूरों के साथ धोखा है। जनवादी महलिा समिति की नेत्री चंद्रकला वर्मा ने कहा कि मनरेगा में ज्यादातर कार्य करनेवाली मलिाएं हैं ओर वे ही अधिकारियों से अधिक प्रताडि़त होती हैं। चाहे वो काम का सवाल हो, चाहे समय पर भुगतान का या अन्य सुविधाएं हों। इन्हें बार-बार चक्कर कटवाए जाते हैं। आज के प्रदर्शन में सर्वजीत कौर, सरपंच कमला मेघवाल, बीएस पेंटर, मनीराम मेघवाल, सुरेन्द्र शर्मा, राजेंद्र रंधावा, बहादुर ङ्क्षसह चौहान, सोनू सिद्धू, रानी, लेखराम, कुलविंद्र सिंह ढिल्लो, नसीब खां, कृष्णलाल, बसंत सिंह आदि शामिल थे। घेराव के बाद जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के नाम का ज्ञापन दिया गया।

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