Header Ads

test

साध्वी लक्ष्मी कुमारी का देवलोकगमन

पीलीबंगा. आचार्यश्री महाश्रमण की शिष्या साध्वी लक्ष्मी कुमारी का देवलोकगमन बुधवार को प्रात: सवा सात बजे जैन भवन पीलीबंगा में हो गया। साध्वी को अंतिम समय पर 5 मिनट का चौविहार संथारा आया। साध्वी के मोक्षगमन की खबर सुनते ही क्षेत्र के समस्त जैन समाज में शोक छा गया। वे 85 वर्ष की थीं। गौरतलब है कि साध्वी का जन्म विक्रम संवत् 1986 को सादुलपुर राजगढ़ में हुआ था। गणाधिपति गुरुदेव तुलसी से संयम पर्याय ग्रहण कर वे तेरापंथ धर्मसंघ में दीक्षित हो गईं और उन्होंने 71 वर्ष साधु जीवन में लोगों को धर्मोपदेश देते हुए बिताए। साध्वी की अंतिम यात्रा अपराह्न 4 बजे जैन भवन पीलीबंगा से प्रारंभ हुई। अंतिम संस्कार रावतसर रेलवे क्रॉसिंग पर युवक परिषद के भूखंड पर किया गया। साध्वी के मोक्षगमन पर तेरापंथी सभा, जैन सभा, तेरापंथ युवक परिषद, महिला मंडल, अणुव्रत समिति, कन्या मंडल एवं ज्ञानशाला के बच्चों के सदस्यों ने उपस्थित होकर श्रद्धांजलि अर्पित की। साध्वी की अंतिम यात्रा में क्षेत्र आस पास के क्षेत्रों से सैकड़ों की संख्या में श्रावक ने शिरकत की। 

No comments